लखनऊ : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के एक आरोपी अरबाज को पुलिस ने सोमवार को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. इस एनकाउंटर के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कड़ा संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा है कि घटना में शामिल बदमाशों को संरक्षण देने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने पब्लिक से भी अपील की है कि बदमाशों के बारे में कोई भी जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचना दें.
Umesh Pal Murder Case : ADG कानून व्यवस्था बोले, एनकाउंटर में मारा गया अरबाज चला रहा था बदमाशों की कार - विधायक राजू पाल हत्याकांड
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने उमेश पाल के हत्यारों (Umesh Pal Murder Case) को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कड़ा संदेश जारी किया है. एडीजी ने कहा है कि सरकार की मंशा के अनुरूप अपराधियों और अपराधियों को संरक्षण देने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि उमेश पाल विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. इस हत्याकांड में पूरे प्रदेश को दहला कर रख दिया था. सरकार की तरफ से विधानसभा के पटल पर सभी अपराधियों को के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया गया था और पुलिस को इन बदमाशों को जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाने के लिए कहा गया था. इसी के चलते सोमवार को प्रयागराज जिले के धूमनगंज थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ हुई. जिसमें की उस घटना में सम्मिलित अरबाज घायल हुआ था. उसके पास से 32 बोर पिस्टल बरामद हुई है. प्रशांत कुमार ने बताया कि अरबाज पर आरोप है कि घटना के दिन जो क्रेटा गाड़ी इस्तेमाल हुई थी. उसका यह ड्राइवर था और घटना के दिन इसके द्वारा उमेश पाल और गनर पर फायरिंग की गई थी. जब इलाज के लिए अरबाज को अस्पताल लाया गया तब डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
प्रशांत कुमार ने कहा है कि उत्तर प्रदेश शासन और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सभी ऐसे पेशेवर माफिया और गैंगस्टर लोगों के खिलाफ एक अभियान चलाया गया है. शातिरों को संरक्षण देने वालों के विरुद्ध धारा 120बी के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जो लोग भी ऐसे लोगों को पनाह देंगे या संरक्षण देंगे उन्हें भी अपराध का भागीदार माना जाएगा. एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस सभी से अपील करती है कि अगर कोई भी व्यक्ति आपसे संरक्षण मांगे जो कि गलत व्यक्ति है उसकी तत्काल सूचना स्थानीय पुलिस को दें. सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा. साथ ही डीजीपी ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल लोगों पर इनाम राशि बढ़ाने के लिए स्थानीय पुलिस को निर्देश दिया है. जरूरत पड़ने पर मुख्यालय स्तर पर भी इनाम घोषित किया जाएगा. अगर कोई व्यक्ति इसकी सूचना देता है तो इनाम की राशि उस व्यक्ति को भी दी जाएगी.
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