पटना :दुनिया जानती हैलोक आस्था का महापर्व छठ हिंदुओं के लिए सबसे बड़ा त्योहार है. पर क्या आप यकीन करेंगे की पटना में एक मुस्लिम परिवार की महिला पिछले सात सालों से छठ महापर्व करती आ रही हैं. इसके पीछे की वजह नजमा ने जो बताया है. उसपर आज के समय में यकीन करना मुश्किल है.
मुस्लिम महिलाओं ने छठ घाटों की सफाई कर दिया सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश
आस्था पर सबकी अपनी-अपनी राय है. लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसा हो जाता है जिसे सुनने के बाद यकीन करना मुश्किल होता है लेकिन हकीकत की अनदेखी नहीं की जा सकती है. पटना की नजमा की कहानी भी सुनने में अजीब है लेकिन मुस्लिम परिवार होने के बावजूद परिवार के लोग सात सालों से छठ पूजा कर रहे हैं.
पड़ोस की महिला ने दी थी छठ करने की सलाह
छठ व्रती नजमा खातून ने बताया कि उनके बच्चे जन्म के बाद बच नहीं रहे थे. इस तरह से उनके 5 बच्चों ने दम तोड़ दिया था. लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से देवताओं से उसका विश्वास उठ चुका था. पूरी तरह नाउम्मीद हो गई थी. फिर पड़ोस की रहने वाली एक हिंदू महिला उसे अपने साथ छठ घाट पर ले गई और छठ माई से मन्नत मांगने को कहा. समय गुजरा तो नजमा की मन्नतें पूरी हो गई. उसके बाद से नजमा छठ महापर्व कर रही हैं.
आज 5 बच्चों की मां हैं नजमा
नजमा खातून ने बताया कि उससे बाद सकुशल बच्चे हुए. तभी से वह लगातार छठ व्रत कर रही हैं. उन्होंने बताया कि अब 2 बेटे और 3 बेटियां हैं. उन्होंने बताया कि पर्व में घर परिवार वाले सभी सहयोग करते हैं. और पूरे धूमधाम से छठ पूजा करते हैं.