लखनऊ:देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस से यात्रा करने में यात्रियों के पसीने छूट रहे हैं. समय पर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का दावा करने वाले आईआरसीटीसी के अफसर भी ट्रेन की लेटलतीफी पर कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं. तेजस ट्रेन के समय से मंजिल पर न पहुंचने पर आईआरसीटीसी को यात्रियों को मुआवजा भी देना पड़ता है. सोमवार को दिल्ली से लखनऊ आने वाली तेजस एक्सप्रेस पौने दो घंटे से ज्यादा लेट हो गई. इससे यात्रियों ने ट्रेन में जमकर हंगामा किया. अटेंडेंट ने काफी समझाने बुझाने के बाद किसी तरह मामला शांत कराया. अब प्रति यात्री 100 रुपए का मुआवजा आईआरसीटीसी वापस करेगा.
नई दिल्ली से लखनऊ आने वाली 82502 तेजस एक्सप्रेस सोमवार को एक घंटे 47 मिनट की देरी से लखनऊ जंक्शन पहुंची. गाजियाबाद से आगे चलने पर ट्रेन रास्ते में रुक गई. इसके बाद कानपुर के आगे चलने पर फिर ट्रेन 20 से 25 मिनट के लिए खड़ी हो गई. इसके बाद जब ट्रेन अमौसी रेलवे स्टेशन पहुंची तो यहां पर भी ट्रेन रोक दी गई. रास्ते में पौने दो घंटे ट्रेन लेट रही. इससे नाराज यात्रियों ने खूब हंगामा किया.
दिल्ली से लखनऊ पौने दो घंटे लेट पहुंची तेजस, 400 यात्रियों को मिलेगा मुआवजा
देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस दिल्ली से लखनऊ पौने दो घंटे लेट पहुंची. ऐसे में ट्रेन के चार सौ यात्रियों को मुआवजा दिया जाएगा.
यात्रियों ने आरोप लगाया कि जब यह प्राइवेट ट्रेन है और समय पर पहुंचने का अधिकारी दावा करते हैं तो फिर यह लेटलतीफी किसलिए हो रही है. रात में पहले से ही यात्रियों को दिक्कत होती है. यात्रियों के हंगामे को देखते हुए मौके पर अटेंडेंट पहुंचे. काफी समझाने का प्रयास किया तब किसी तरह यात्री माने. लखनऊ के सीतापुर रोड निवासी राजशेखर अपने परिवार के साथ तेजस एक्सप्रेस ट्रेन से गाजियाबाद से लखनऊ आ रहे थे. उनकी शिकायत है कि रास्ते में कई बार काफी देर देर तक ट्रेन को रोका गया इसीलिए लखनऊ पहुंचने में बहुत रात हो गई. गुस्साए यात्रियों ने नाराजगी जाहिर की थी.
आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि यह पहली ऐसी ट्रेन है जिसमें लेट पहुंचने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जाता है. सोमवार रात तेजस ट्रेन दिल्ली से लखनऊ देरी से पहुंची. ऐसे में ट्रेन से सफर करने वाले करीब 400 यात्रियों को 100-100 रूपये वापस किए जाएंगे. बता दें कि यह ट्रेन दिल्ली से दोपहर बाद तीन बजकर 41 मिनट पर चलकर रात 11:52 बजे लखनऊ पहुंची थी, जबकि लखनऊ पहुंचने का तेजस का समय रात 10:05 बजे का है. अब इस ट्रेन से यात्रा करने वाले सभी यात्री मुआवजे के हकदार हैं.
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