करनाल:पिछले महीने करनाल में गायों की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार फूसगढ़ गौशाला में हुई 45 गायों की मौत जहर देने से हुई थी. पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने के आरोप में 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि इन्होंने मृत पशुओं की खाल और हड्डी बेचने का धंधा मंदा होने के कारण, एक साथ इन गायों को जहर देकर मार दिया. प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने इससे पहले भी वारदात करना कबूल किया है. गौरतलब है कि पिछले महीने नंदीग्राम गौशाला करनाल में बड़ी संख्या में एक साथ हुई गायों की मौत के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई थी. इसके साथ ही पुलिस टीम भी इस मामले की जांच कर रही थी. क्योंकि मामला गंभीर था और गायों को जहर देकर मारने की आशंका जताई गई थी.
सीआईए-2 इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहनलाल की टीम ने रविवार को इस मामले में चार आरोपियों को काबू किया. पुलिस ने शाहबाद के डेहा बस्ती निवासी विशाल, करनाल के रजत, जम्मू-कश्मीर के सूरज और अंबाला कैंट के हेहा बस्ती निवासी सोनू को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार पुलिस इन सभी आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, जिससे आरोपियों से अन्य वारदातों के बारे में सघनता से पूछताछ की जा सके.
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गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश:इस वारदात का मास्टरमाइंड और इनका ठेकेदार अभी फरार चल रहा है. पुलिस जांच के दौरान इन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. आरोपियों ने बताया कि वे 8 से 10 हजार रुपए महीने की नौकरी करते थे. इसमें उनका गुजर बसर नहीं हो रहा था. ऐसे में उन्होंने गौशाला में मरने वाली गायों को उठाने का काम शुरू कर दिया. आरोपी गाय की हड्डी, खाल व चर्बी बेचकर कमाई करते थे.