नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मथुरा रोड स्थित पुराना किलामें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) को बड़ी कामयाबी मिली है. देश में पहली बार किसी एक जगह पर 2500 साल का इतिहास मिला है. खास बात है कि यहां पर भगवान विष्णु, भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्तियां भी मिली है. इसके अलावा मौर्य काल से लेकर मुगल काल के दौरान इस्तेमाल होने वाली राज मुद्रा और सिक्के मिले हैं, जो इस बात का प्रमाण हैं कि पुराना किला व्यापार करने के लिए एक बड़ा केंद्र रहा है.
बता दें, यमुना नदी के किनारे स्थित पुराना किला देश के सबसे प्राचीन किलों में से एक है. माना जाता है कि यहां पर पांडवों की राजधानी थी, लेकिन अब तक की खुदाई में इसका कोई सबूत नहीं मिला. अब एएसआई ने 2500 साल का इतिहास खोज लिया है. पुराने किले के राज को दुनिया के सामने लाने के लिए एएसआई ने पांचवीं बार किले की खुदाई जनवरी में शुरू की थी. किले में खुदाई के दौरान मौर्य वंश, गुप्त वंश, कुषाण, राजपूतों अन्य सुल्तानों के अलावा मुगलों के काल से जुड़ी कई चीजें बरामद हुई है.
निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री:केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी किले का निरीक्षण करने के लिएपहुंचे. उन्होंने बताया कि यहां विभिन्न काल में लोगों के रहने के सबूत मिले हैं. मंत्री ने कहा कि 1969 से यहां पर खुदाई का काम शुरू हुआ था. पुराना किला को हम इंद्रप्रस्थ साइट के तौर पर जानते हैं. एएसआई के एक्सपर्ट और इतिहासकारों के अनुसार, यहां पर 2500 साल का इतिहास मिला है. 9 सांस्कृतिक लेवल मिले हैं.
खुदाई में क्या-क्या मिला:बैकुंठ विष्णु का पत्थर का बना मूर्ति मिला है. टेराकोटा लक्ष्मी का मूर्ति मिला है. भगवान गणेश के स्टोन का मूर्ति मिला है. अलग-अलग काल की राज मुद्राएं मिली है. इंसान और जानवर के कंकाल मिले हैं. मौर्यकाल से लेकर मुगल तक यहां लोग रहे थे, इसके प्रमाण मिले हैं. पुराना किला व्यापार का केंद्र भी रहा है, इसका भी प्रमाण मिला. मंत्री ने कहा कि पुराना किला में इन चीजों को प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि यहां आने वाले लोग इसका दीदार कर सकें. साथ ही रिसर्च करने वाले लोगों को एंटीक्विटी उपलब्ध कराई जाएगी.