नई दिल्ली : देश के चार राज्यों में एक- एक विधानसभा सीटों पर आज उप-चुनाव के लिए मतदान किया गया. जिन राज्यों के विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव हो रहे हैं उनमें तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड शामिल हैं. उप-चुनाव को लेकर सुरक्षा की अभूतपूर्व तैयारी की गई थी. तमिलनाडु के इरोड पूर्व विधानसभा उपचुनाव में शाम 6 बजे तक 74.69 प्रतिशत मतदान हुआ. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में 73.49 प्रतिशत और झारखंड के रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में 67.96 प्रतिशत मतदान हुआ. अरुणाचल प्रदेश के लुमला और पश्चिम बंगाल के सागरदिघी, झारखंड की रामगढ़ सीट और तमिलनाडु की इरोड (पूर्व) सीट पर उपचुनाव हो रहा है. तमिलनाडु की इरोड (पूर्व) सीट काफी चर्चित है. यहां के कई मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लोगों की लंबी कतारे देखी गई. मतदाता काफी उत्साहित दिखे. झारखंड के रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यहां 18 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश के लुमला विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए मतदान की जरूरत नहीं पड़ी.
तमिलनाडु में इरोड पूर्व सीट पर मतदान शांतिपूर्ण : तमिलनाडु में इरोड पूर्व सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुआ. यहां पर लोगों ने 74.69 प्रतिशत मतदान किया. हालांकि कुछ कथित तकनीकी खामियों की सूचना मिली थी जिसके कारण अधिकारियों को दो मतदान केंद्रों पर मतदान स्थगित करना पड़ा. अधिकारियों ने कहा कि पूर्वाह्न 11 बजे तक 27.89 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया था. उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) ने निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के कुछ लोग अशोकापुरम में लोगों को नकदी वितरित करने में शामिल थे लेकिन जब अधिकारी वहां पहुंचे तो उन्हें वहां कोई नहीं मिला.
वीरापंचथिरम में शिकायत मिली कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर एक विशेष बटन दबाने के बाद इच्छित उम्मीदवार के लिए वोट दर्ज नहीं हुए। ब्रो रोड में भी ईवीएम के ठीक से काम नहीं करने की शिकायत मिली. दोनों जगहों पर अधिकारियों ने कुछ समय के लिए मतदान स्थगित कर दिया और मामला ठीक होने के बाद मतदान की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई. मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और जिला अधिकारी कृष्णन उन्नी मतदान करने वाले शुरुआती लोगों में शामिल थे.
सत्तारूढ़ डीएमके समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ई.वी.के.एस. ईलनगोवन और एआईएडीएमके के उम्मीदवार के. एस. थेन्नारासु एवं अन्य अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वालों में शामिल रहे. इस चुनाव में 77 उम्मीदवार मैदान में हैं, हालांकि मुख्य मुकाबला डीएमके समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ई.वी.के.एस ईलनगोवन और एआईएडीएमके के के. एस. थेन्नारासु के बीच होने की संभावना है. नाम तमिझार काची की मेनका नवनीथन अन्य उम्मीदवारों में शामिल हैं. द्रमुक के 2021 में सत्ता में आने के बाद पहली बार हो रहे उपचुनाव के नतीजों का संबंधित दलों की मौजूदा ताकत पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, हालांकि इससे सत्ताधारी पार्टी की लोकप्रियता जरूर आंकी जाएगी. ईलनगोवन के बेटे एवं कांग्रेस विधायक ई. थिरुमहान एवरा के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. निर्वाचन क्षेत्र में 2.27 लाख से अधिक मतदाता हैं और चुनाव के लिए 238 मतदान केंद्र बनाए गए थे.
झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट :झारखंड के रामगढ़ विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में मतदान शांतिपूर्ण रहा और 67.96 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया . दोपहर तीन बजे तक रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कुल 62.28 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था. इस दौरान मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया. मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लंबी कतारें लगी हुई थीं. इस सीट पर मुख्य मुकाबला आपराधिक मामले में सजायाफ्ता कांग्रेस की ममता देवी के पति बजरंग महतो एवं भाजपा समर्थित आजसू उम्मीदवार तथा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी के बीच है . ममता देवी की विधानसभा की सदस्यता रद्द किये जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी.