हैदराबाद : 11 सितंबर का दिन हमेशा अमेरिकी इतिहास में काले दिन के रूप में अंकित रहेगा. क्योंकि आज ही के दिन 2001 में 19 लोगों ने ईंधन से लदी चार वाणिज्यिक एयरलाइनों को अपहृत ( hijacked four commerical airlines) किया और उन्हें अमेरिकी शक्ति, विश्व व्यापार केंद्र (World trade center), जो अमेरिकी वित्तीय शक्ति, द पेंटागन (The Pentagon), अमेरिकी सैन्य शक्ति (American Military power) के प्रतीक थे उन पर हमले किए. चौथे विमान का गंतव्य ज्ञात नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि अपहरणकर्ता व्हाइट हाउस, यूएस कैपिटल, मैरीलैंड में कैंप डेविड प्रेसिडेंशियल रिट्रीट (Camp David presidential retreat) या पूर्वी समुद्र तट के साथ कई परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बना रहे थे. इस नष्ट कर दिया गया. आज अमेरिका पर हुए इन हमलों को 20 साल हो गए हैं.
अल कायदा ने रची हमले की साजिश
आतंकी संगठन अल कायदा ने इस हमले की साजिश रची और अमेरिकी विमान हाईजैक कर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला कर दिया. इस हमले में करीब 2977 लोग मारे गए.
उन्नीस लोगों ने इस अपहरण को अंजाम दिया. पांच-पांच लोगों की तीन टीमों और चार में से एक (पेंसिल्वेनिया में दुर्घटनाग्रस्त विमान पर) में काम कर रहे थे. प्रत्येक समूह में कोई ऐसा व्यक्ति शामिल था, जिसने पायलट प्रशिक्षण प्राप्त किया था. इस तरह अपह्ण करने वालों में चार पायलट थे और बाकी बाहुबली पुरुष थे, जिन्होंने हवाई जहाज को अपने नियंत्रण में ले लिया.
कुछ आतंकवादी संयुक्त राज्य अमेरिका (United States ) में एक वर्ष से अधिक समय से रह रहे थे और उन्होंने अमेरिकी वाणिज्यिक उड़ान स्कूलों (American commercial flight schools) में उड़ान का प्रशिक्षण लिया था.
इन आतंकी कैलिफोर्निया के लिए जाने वाली चार उड़ानों में सवार हुए, क्योंकि विमान लंबी अंतरमहाद्वीपीय यात्रा के लिए ईंधन से भरे हुए थे. टेकऑफ के तुरंत बाद, आतंकवादियों ने चारों विमानों की कमान संभाली और उन्हें नियंत्रण में ले लिया और सामान्य यात्री जेट को निर्देशित मिसाइलों में बदल दिया.
हमलावरों की राष्ट्रीयता
पंद्रह अपहरणकर्ता सउदी थे, दो संयुक्त अरब अमीरात ( United Arab Emirates) से थे, एक मिस्र से था और एक लेबनान से था.
कैसे हुआ हमला
सुबह लगभग 8:46 बजे अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 11 (American Airlines Flight) (जो बोस्टन से लॉस एंजिल्स की यात्रा कर रही थी) न्यूयॉर्क शहर (New York City) में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टॉवर पर हमला करती है. विमान का संचालन मोहम्मद अट्टा द्वारा किया जा रहा था.
सुबह तकरीबन 9:03 पर यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान (United Airlines Flight) 175 (जो बोस्टन से लॉस एंजिल्स जा रही थी न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के साउथ टॉवर से टकराती है. इस विमान का संचालन अपहर्ता मारवान अल शेही (hijacker Marwan al Shehhi) कर रहा था.
सुबह लगभग 9:37 बजे अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 77 (ड्यूलस, वर्जीनिया से लॉस एंजिल्स जा रही थी) वाशिंगटन में पेंटागन बिल्डिंग पर हमला करती है. विमान का संचालन अपहर्ता हानी हंजौर (hijacker Hani Hanjour) कर रहा था.
सुबह लगभग 10:03 मिनट पर यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान 93 (नेवार्क, न्यू जर्सी से सैन फ्रांसिस्को की यात्रा कर रही थी) पेन्सिलवेनिया के शैंक्सविले के एक क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विमान का संचालन अपहर्ता जियाद जर्राह (hijacker Ziad Jarrah) कर रहे थे.
09/11 के ऑपरेशन में खर्च की गई लागत
09/11 आयोग के अनुसार साजिशकर्ताओं ने हमले की योजना बनाने और उसे संचालित करने के लिए $400,000 और $500,000 के बीच खर्चा किया. 19 गुर्गों को अल कायदा द्वारा वायर ट्रांसफर या केएसएम द्वारा प्रदान की गई नकदी के माध्यम से वित्त पोषित किया गया था, जिसे उन्होंने संयुक्त राज्य में लाए या विदेशी खातों में जमा किया और यूएस से एक्सेस किया.
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हमला करने की वजह
ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) ने नवंबर 2002 में अमेरिका को लिखे एक पत्र 'लेटर टू अमेरिका' (Letter to America) में स्पष्ट रूप से अपने हमलों के लिए अल-कायदा के इरादों को बताया. उसने सोमालिया, बोस्निया हर्जेगोविना, लेबनान में काना नरसंहार सहित कई देशों में मुसलमानों के खिलाफ आक्रामकता (aggression against Muslims) के लिए जायोनी धर्मयुद्ध गठबंधन (Zionist crusader alliance) और उनके सहयोगियों को दोषी ठहराया.
पत्र में लादेन द्वारा जिन शिकायतों का उल्लेख किया गया था, उनमें सऊदी अरब में अमेरिकी सैनिकों (US troops in Saudi Arabia) की उपस्थिति, इजराइल का अमेरिकी समर्थन (US support of Israel) और कुवैत पर हमले (sanctions against Iraq) के बाद इराक के खिलाफ प्रतिबंध शामिल हैं. लादेन का उद्देश्य मध्य पूर्व में सत्ता के समीकरण बदलने और शासन परिवर्तन को ट्रिगर करने के इर्द-गिर्द भी घूमता था.
हमले के लिए लादेन को कहां से मिली प्रेरणा
अल कायदा द्वारा प्रकाशित एक पत्रिका अल मसरा में बताया गया है कि लादेन को यूएसए पर 11 सितंबर के हमलों की प्रेरणा कहां से मिली. अल कायदा ने दावा किया है कि ओसामा बिन लादेन को 1999 के विमान दुर्घटना से 9/11 के घातक हमलों के लिए प्रेरणा मिली थी, जिसमें मिस्र के एक एयरलाइन पायलट (Egyptian airline pilot) ने जानबूझकर अपने विमान को अटलांटिक महासागर में गिरा दिया था.
अपनी साप्ताहिक पत्रिका अल-मसरा में प्रकाशित '11 सितंबर के हमलों - कहानी अनकही' ('September 11 attacks - the story untold') शीर्षक वाले एक लेख में, आतंकवादी समूह ने कहा कि 11 सितंबर के हमलों की प्रेरणा मिस्र के सह-पायलट गामिल अल-बतूती (Gamil al-Batouti) की कहानी थी, जो लॉस एंजिलिस से काहिरा जा रही थी. इजिप्टएयर की फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 100 अमेरिकियों समेत 217 लोगों की मौत हो गई.
अल-मसरा के अनुसार जब अल कायदा के तत्कालीन प्रमुख ओसामा ने मिस्र के विमान दुर्घटना के बारे में सुना, तो उन्होंने पूछा, 'उन्होंने इसे पास की इमारत में क्यों नहीं गिराया?', इमारतों को लक्षित करने के विचार का उच्चारण करते हुए, जेरूसलम पोस्ट ने बताया कि अल-बतूती ने जानबूझकर विमान को गिराया था.
जब ओसामा खालिद शेख मोहम्मद से मिले, जिनकी पहचान 9/11 आयोग की रिपोर्ट द्वारा 9/11 हमलों के प्रमुख वास्तुकार के रूप में की गई थी. उसने हमले के लिए एक अतिरिक्त विचार प्रस्तुत किया, जिसमें अमेरिकी हवाई जहाजों को दुर्घटनाग्रस्त करना शामिल था.
ओसामा के सामने अपना विचार रखने से पहले शेख मोहम्मद ने 12 अमेरिकी हवाई जहाजों को एक साथ क्रैश करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया था.
अल-कायदा द्वारा लागू की गई अंतिम योजना शेख मोहम्मद और ओसामा के विचारों का एक संयोजन थी