बहराइच:रिसिया रेलवे स्टेशन पर शनिवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब क्रॉसिंग के दौरान दोनों ही ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आमने-सामने आ गईं. लोको पायलटों की सूझबूझ से दोनों ट्रेनें टकराने से बच गईं और बड़ा हादसा होते-होते टल गया. एक ही ट्रैक पर आमने-सामने ट्रेन देखकर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. बहुत से यात्री ट्रेन से निकलकर बाहर भागने लगे. मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई.
जानकारी के अनुसार, रिसिया रेलवे स्टेशन पर सुबह 8:24 पर बहराइच जाने के लिए डाउन 05360 तीन नंबर ट्रैक पर आकर खड़ी हुई. तभी बहराइच से अप गाड़ी 05361 को भी तीन नंबर ट्रैक पर दे दिया गया. डाउन के लोको पायलट ने उसी ट्रैक पर आ रही अप गाड़ी को देखकर इंजन की लाइट ऑन की और झंडी लेकर दौड़ पड़ा. इसे देखकर दूसरी तरफ से आ रही ट्रेन के लोको पायलट ने फौरन ट्रेन रोक दी.
ट्रेन रुकते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. स्टेशन पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुटने लगी. घटना से स्टेशन पर मौजूद कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए. करीब डेढ़ घंटे तक एक ही ट्रैक पर गाड़ियां खड़ी रहीं. दोनों गाड़ियों के लोको पायलट और स्टेशन अधीक्षक ने अपना-अपना मेमो लिखा दिखाया. इसके बाद अप ट्रेन का लोको पायलट ट्रेन को बैककर पुनः एक नंबर पर लेकर आया. तब जाकर यात्रा सुचारु हो सकी. 2 घंटे तक दोनों गाड़ियां स्टेशन पर खड़ी रहीं. वहीं, यात्रियों में यही चर्चा रही कि बड़ा हादसा होते-होते टल गया. यात्रियों में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के प्रति आक्रोश भी दिखा.
यह भी पढ़ें:रेलिंग तोड़कर यमुना में गिरी कार, एक युवक की मौत की आशंका
स्टेशन अधीक्षक रिसिया हरिश्चंद्र शर्मा ने बताया कि पॉइंटमैन पवन कुमार रावत एक नंबर लाइन की चाबी ले गया था. लेकिन, मानवीय त्रुटि के चलते तीन नंबर लाइन बन गई, जिससे तीन नंबर पर पहले से ही खड़ी ट्रेन के सामने दूसरी ट्रेन आ गई.