मुंबई : महाराष्ट्र में दिवाली के दिन एक दुखद घटना घटी. नरक चतुर्दशी के मौके पर सुबह 6.30 बजे एक मां अपनी 18 महीने की बच्ची के साथ मंदिर जा रही थी. इतने में एक आदमखोर तेंदुआ बच्ची पर हमला (leopard attack in Goregaon) कर दिया. तेंदुए ने बच्ची को करीब 100 मीटर तक उठाकर ले गया. जैसे ही उसकी मां और वहां आसपास के लोग चिल्लाने लगे, तेंदुआ बच्ची को वहीं छोड़कर जंगल में भाग गया.
दिवाली की खुशी मातम में बदली, तेंदुए के हमले में 18 माह की बच्ची की मौत
मुंबई के गोरेगांव में दिवाली के दिन दुखद घटना घटी. अपनी मां के साथ मंदिर जा रही 18 माह की बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर दिया. इस हमले में बच्ची की मौत हो गई.
इस घटना के बाद बच्ची को गंभीर हालत में मरोल के सेवल हिल्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी जांच करने के बाद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृत बच्ची का नाम इतिका है और उसका परिवार आरे में यूनिट नंबर-15 में रहते हैं. इस घटना के बाद दिवाली की खुशियां मातम में बदल गई. बच्ची के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाला है.
बच्ची की खबर पाकर वन अधिकारी सेवन हिल्स अस्पताल पहुंचे. वन अधिकारी ने बताया कि हम घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण करेंगे. वहीं, वन अधिकारी ने अपील की कि जिन क्षेत्रों में तेंदुए रहते हैं, वहां बच्चों को घरों से बाहर न निकालें. उन्होंने बताया कि तेदुए भोजन के तौर पर अपने समानांतर दिखने वाले पशु जैसे कुत्ते या हिरन का शिकार करते हैं. छोटे बच्चों पर तेंदुए अक्सर हमला करते हैं. वन विभाग ने ऐसे में तेंदुए के क्षेत्र में आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की.