कानपुर : महानगर में शनिवार को एक बार फिर जीका वायरस के 13 नए मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है. आपको बता दें कि कानपुर महानगर में शुक्रवार को एक भी मामला नहीं आया था, जिससे कहीं न कहीं जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली थी.
लेकिन फिर एक बार जब रिपोर्ट आई तो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गयी. 13 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसके बाद फिर से एक बार जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में बैठक हुई और संक्रमण की रोकथाम के लिए टीमों को दिशा निर्देश जारी किए गए.
जिका वायरस से लगातार कानपुर संक्रमित होता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में पहला मामला कानपुर में ही मिला था, जिसके बाद जिला प्रशासन ही नहीं सरकार ने भी इसको लेकर चिंता जताई थी.
कानपुर में जीका वायरस के 13 नए मामले सरकार ने भी जिला प्रशासन को सख्त दिशा-निर्देश दिए थे कि इसकी रोकथाम के लिए नियमित रूप से टीमें लगाई जाएं, जिसके बाद कानपुर के जिलाधिकारी विशाख अय्यर खुद क्षेत्रों में जाकर संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं. वहीं दीपावली के दिन भी सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे. दीपावली के दिन 30 नए मामले सामने आए थे.
स्वास्थ विभाग की कई टीमें बनाई गई हैं, जो क्षेत्र-क्षेत्र जा-जाकर सर्वे कर रही है. वहीं जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि घरों में मच्छरदानी का प्रयोग करें. दरअसल, यह वायरस मच्छर के काटने से फैलता है, जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है उन लोगों के परिजन और वह लोग जिन लोगों में ये लक्षण मिले थे उन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि कानपुर महानगर में 6 नवंबर तक 79 मामले मिले हैं.
पढ़ें :दीपावली पर कानपुर में फूटा 'जीका वायरस' का बम, 30 नए संक्रमित मिले