मुंबई: एक बिजनेस क्लास यात्री ने विस्तारा एयरलाइंस के खिलाफ उपभोक्ता मामला दायर किया है. इसमें व्हीलचेयर से संबंधित मुद्दे पर हाल ही में मुंबई-कोलंबो उड़ान में हुई कठिनाइयों के लिए 10 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग किए जाने के साथ ही इस घटना को जीवन के लिए खतरा बताया गया है. यह कानूनी कार्रवाई पीड़ित यात्री मुदित गुप्ता ने मुंबई-कोलंबो उड़ान के दौरान उनकी मां और बहन के साथ हुई दुखद घटना के बाद की गई है.
मुदित के परिवार ने उनकी मां का 81वां जन्मदिन मनाने के लिए कोलंबो की एक यात्रा की योजना बनाई थी. इसको लेकर उनकी मां, भाई, उनकी पत्नी, उनके दो बच्चे और उनकी छोटी बहन सहित परिवार ने राउंड ट्रिप बिजनेस क्लास के टिकट बुक किए थे. साथ ही उन्होंने एयरलाइन के नियमों के मुताबिक अपनी मां और बहन के लिए व्हीलचेयर सहायता का अनुरोध किया था. शिकायत के अनुसार उनकी बीमार बहन की सहायता के लिए कोई व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं कराई गई, जो रूमेटिक अर्थराइटिस और न्यूरोपैथी से पीड़ित हैं.
शिकायतकर्ता के अनुसार उनकी बीमार बहन की सहायता के लिए कोई व्हीलचेयर नहीं उपलब्ध कराई गई जबकि वह रुमेटिक अर्थराइटिस और न्यूरोपैथी विकार से पीड़ित हैं. साथ ही आरोप लगाया गया है कि विमान के मुंबई में उतरने के बाद कोई व्हीलचेयर नहीं उपलब्ध कराई गई और एयरलाइन चालक दल ने उसे उतरने और रैंप पर चलने के लिए कहा जबकि वह गंभीर दर्द से पीड़ित थी और मदद के बिना अपनी सीट से उठ भी नहीं सकती थी.
शिकायतकर्ता ने कहा कि असंयमित और लापरवाह ग्राउंड स्टाफ के साथ-साथ फ्लाइट क्रू ने यात्रा को परिवार के लिए एक दुखद स्वप्न बना दिया. मुदित की बहन मोनिका रुमेटिक अर्थराइटिस से पीड़ित हैं और उसे न्यूरोपैथी है जो मुख्य रूप से पैरों में होती है और हाथों और चेहरे पर इसे देखा जा सकता है.
शिकायत में एयरलाइन पर गैर-पेशेवर और अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि कोलंबो हवाई अड्डे पर मौजूद विस्तारा के कंट्री हेड ने माफी मांगी, क्योंकि उन्होंने देखा कि मेरी बहन को दर्द हो रहा था क्योंकि वह पहले ही एक निश्चित दूरी तक चल चुकी थी. वहीं विस्तारा के कंट्री हेड ने कहा कि ग्राउंड हैंडलिंग जिसमें व्हीलचेयर की व्यवस्था शामिल करना शामिल था, श्रीलंकाई एयरलाइंस के नियंत्रण में था. शिकायत में कहा गया कि भारत में सबसे अच्छी एयरलाइन का दावा करने वाली विस्तारा द्वारा उनके साथ समन्वय की कमी के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं था.
मुदित गुप्ता ने शिकायत में कहा है कि इतना ही नहीं एक दुर्घटना के कारण मुंबई हवाई अड्डे पर रनवे अस्थायी रूप से बंद हो गया था. फलस्वरूप शाम 4 बजे विस्तारा उड़ान को हैदराबाद की ओर मोड़ दिया गया और अंततः रात 11 बजे के आसपास फ्लाइट मुंबई पहुंची. उन्होंने कहा कि इसके बाद भी केबिन क्रू उनकी बहन की बिगड़ती सेहत के बावजूद पर्याप्त चिकित्सा सहायता प्रदान करने में विफल रहा. वहीं लैंडिंग पर स्थिति और खराब हो गई जब कोई व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं कराई गई और ग्राउंड स्टाफ ने लापरवाही भरा रवैया दिखाया.
शिकायत में इस जानलेवा घटना की नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से गहन जांच की मांग की गई है. साथ ही मांग की गई है कि विस्तारा एयरलाइंस और एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड को यात्रियों को पर्याप्त और समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए सख्त निर्देश दिए जाएं. इसके अलावा उनसे कहा जाए तो यदि वे यात्री सुरक्षा और कल्याण को खतरे में डालने वाली स्थितियों में काम करना जारी रखते हैं तो संभावित रूप से लाइसेंस रद्द किया जा सकता है.
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