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PM नरेंद्र मोदी पश्चिम चंपारण के DM कुंदन कुमार को करेंगे सम्मानित

पश्चिम चंपारण के डीएम कुंदन कुमार (West Champaran DM Kundan Kumar) को चनपटिया स्टार्टअप जोन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 अप्रैल को दिल्ली में सम्मानित करेंगे. दरअसल, 2020 में कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान डीएम कुंदन कुमार ने इनोवेशन के क्षेत्र में बेहतर काम किया था.

West Champaran DM Kundan Kumar
PM नरेंद्र मोदी पश्चिम चंपारण के DM कुंदन कुमार को करेंगे सम्मानित

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Published : Apr 17, 2022, 8:49 PM IST

पश्चिमी चंपारण:बिहार के पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी कुंदन कुमार को इनोवेशन के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए प्रधानमंत्री सम्मानित (PM will honor DM Kundan Kumar) करेंगे. यह सम्मान उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 21 अप्रैल को दिल्ली के विज्ञान भवन में सिविल सर्विस दिवस पर स्टार्टअप जोन चनपटिया के अभिनव प्रयोग के लिए देंगे. चनपटिया स्टार्टअप जोन (Chanpatia Startup Zone) की सफलता की कहानी पीएम को हुई. जिसके बाद यह सम्मान देने का निर्णय लिया गया. बेतिया मॉडल की चर्चा आज पूरे देश में हो रही है. आपदा को अवसर में बदलने वाले बेतिया के डीएम कुंदन कुमार ने सैकड़ों मजदूरों को आज मालिक बना दिया. जिसकी तारीफ प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रही है.

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स्टार्टअप जोन चनपटिया: 2020 में कोरोना के मामलों में वृद्धि होने पर देशव्यापी लॉकडाउन लगा था. जिसके कारण कामगारों को घर वापस लौटना पड़ा. कामगारों के लौटने पर जिला प्रशासन ने उनकी योग्यता के अनुसार उनको ट्रेनिंग दी. इसके बाद जिला प्रशासन की सहायता से जिले में प्रारम्भ किये गए स्टार्टअप जोन चनपटिया के कारण लोगों को रोजगार मिला. जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना अंतर्गत स्टार्टअप जोन चनपटिया के अभिनव प्रयोग के लिए सिविल सर्विस दिवस 21 अप्रैल 22 के दिन भारत सरकार के द्वारा जिलाधिकारी कुंदन कुमार को इनोवेशन क्षेत्र में किये गये कार्यों के चलते प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

लॉकडाउन में 80 हजार से ज्यादा कामगारों की वापसी: बता दें की लॉकडाउन में 80 हजार से ज्यादा कामगारों की घर वापसी हुई थी. ये सभी कामगार अपना घर-बार छोड़कर आये थे. जोकि अन्य राज्यों में किसी न किसी कंपनी में मजदूरी का काम करते थे. लॉकडाउन के कारण आजीविका के साधन छीन जाने पर ये अवसाद और परेशानी में वापस आए. क्वारंटाइन कैम्प में 14 दिनों के आवासन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा इनकी स्किल मैपिंग कराई गई और जिले में उद्यम स्थापित करने के लिए सुझाव लिए गए. स्किल मैपिंग के दौरान मुख्य रूप से टेक्सटाइल एंड एपरिल, फूटवेयर, बम्बू एंड क्राफ्ट इत्यादि विधा में इनके पारंगत होने की जानकारी प्राप्त हुई. इन क्षेत्रों में इनकी पारंगता जानकार भविष्य में इन कामगारों से संपर्क करने के लिए उद्यम मित्र मंडल का निर्माण किया गया. डीएम कुंदन कुमार के द्वारा वापस लौटे कामगारों के लिए कोरोना जैसी आपदा में अवसर की तलाश करने का प्रयास किया और वह प्रयास रंग लाया.

जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने जाहिर की प्रसन्नता: जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर की है. उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों, कर्मियों एवं उद्यम स्थापित करने वाले कामगारों, श्रमिकों, जो श्रमिक से मालिक बन गए हैं उनको शुभकामाएं दी. उन्होंने कहा कि ये सम्मान जिले की जनता के लिए और स्टार्टअप जोन चनपटिया के उन उद्यमियों को समर्पित है. जिन्होंने कोरोना जैसी विपत्ति में भी अपने जिले के विकास के लिए एकजुटता और प्रतिबद्धता दिखाई. जिसके कारण स्टार्टअप जोन, चनपटिया की स्थापना हो पाई. इस पुरस्कार ने ना केवल जिले का मान बढ़ाया है बल्कि प्रदेश और पूरे देश का मान बढ़ाया है.

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