वैशालीः बिहार मेंकोरोना की तीसरी लहर(Third Wave Of Corona) ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है. वैशाली में भी कोरोना विस्फोट हुआ है, इसके बावजूद वैशाली के ज्यादातर लोग (people negligence regarding corona) लापरवाही बरत रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बगैर मास्क के ही लोग घूम रहे हैं. कोविड-19 को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने जितने भी जागरुकता अभियान चलाए थे, उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है.
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देश और दुनिया समेत सभी जगह पर कोविड-19 ने कोहराम मचा रखा है. वैशाली में सदर एसडीपीओ, सदर एसडीओ और सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 15 से ज्यादा आम लोग भी कोविड-19 पॉजिटिव हैं. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने बात की तो इनकी दलील हैरान करने वाली थी.
जिले के देहाती क्षेत्र के लोग बगैर मास्क पहने अपने काम में लगे हुए हैं. उन्हें कारोना का कोई डर नहीं है. हाजीपुर से लालगंज रोड पर गांव में लोगों से जब कोविड-19 के बारे में पूछा गया तो कईयों ने इसे हलके में लेते हुए जवाब दिया. सामान खरीदने आई एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि यहां पर लोग जागरुक नहीं है. लोगों को जागरूक होना चाहिए. हालांकि वह खुद मास्क लगाई हुई नहीं थी. मास्क उनका गले में लटका हुआ था.