समस्तीपुर: पड़ोसी जिले में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद जिला प्रशासन मुस्तैद नजर आ रहा है. दूसरे राज्यों से प्रवासी लोगों की घर वापसी के बीच प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. अबतक ग्रीन जोन में शामिल समस्तीपुर ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आईआईटीटी मॉडल को अपनाना शुरू कर दिया है.
कोरोना को रोकने में कारगर साबित होगा IITT मॉडल, प्रशासन कर रहा काम
कोरोना के बढ़ते फैलाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने आईआईटीटी मॉडल को समस्तीपुर में विकसित किया है. इसकी मदद से कोरोना को मात दी जा सकेगी. रऔ
दरअसल जिला प्रशासन ने आईडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्ट और ट्रीटमेंट मॉडल के जरिये कोरोना के खिलाफ काम करना शुरू किया है. इसके तहत बाहर से आने वालों को पहले एक स्थान पर रखकर स्वैप जांच किया जायेगा. उसके बाद संदिग्ध जिले के सात चिन्हित स्थानों पर तीन दिनों के लिए ट्रांजिट अवधि में रहेंगे. वहीं, कोरोना कन्फर्म मामले को जिले की 4 चिन्हित जगहों पर बने आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा.
सिविल सर्जन करेंगे निगरानी
बता दें कि जिले की सभी चिन्हित स्थानों पर जरूरी व्यवस्था कर मरीजों की निगरानी सिविल सर्जन स्तर पर की जाएगी. साथ ही इन सभी स्थानों और उसके आसपास के क्षेत्रों को सैनिटाइज किया जायेगा. ताजा आंकड़ों के मुताबिक बिहार में कोरोना के 450 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इसमें से 2 लोगों की मौत हो चुकी है.