सहरसा में पुलिस ने युवक को बरामद किया सहरसा: बिहार के सहरसा में लापता युवक को बरामद किया (Youth Recovered In Saharsa) गया है. सदर थाना क्षेत्र में पुलिस की दबाव के बाद युवक को आरोपी ने छोड़ा है. बताया जा रहा है कि रुपए की लेनदेन में कुछ हेराफेरी होने के कारण आक्रोशित होकर रिश्तेदारों ने युवक को अगवा कर लिया था. युवक ने पुलिस को बताया कि फिरौती की रकम के लिए अपहरण नहीं हुआ था.
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लापता युवक हुआ बरामद:दरअसल,बीते शुक्रवार से सदर थाना क्षेत्र के सत्यम नगर, पशुपालन कॉलोनी, वार्ड नंबर 2 निवासी अरुण यादव के गायब पुत्र मिट्ठू कुमार को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. जिसके बाद पुलिस ने फिरौती की मांग के लिए अपहरण जैसे आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. पुलिस ने बताया कि हमारे अनुसंधान में पीड़ित और आरोपी के बीच रुपए के लेन-देन में विवाद हुआ था. जिसके आक्रोश में संबंधियों ने जबरन कार में बिठा कर विभिन्न जगहों पर रखा. हालांकि घटना के बाद पुलिस के लगातार दबाव के बाद युवक को सदर थाना क्षेत्र में इसे छोड़ दिया.
डीएसपी ने की पीसी:आज सोमवार को सदर थाना में प्रेस वार्ता करते हुए हेडक्वार्टर डीएसपी एजाज हाशिम मनी ने बताया कि बीते 6 जनवरी को युवक के घर से निकलकर दुकान जाने के दौरान लापता होने की सूचना उनके परिजनों द्वारा दी गई थी. उनके परिजनों ने कुछ ऐसी जानकारी दी थी. जिसमें उन्होंने अपने पुत्र के लापता होने की बात पर कुछ लोगों को दोषी ठहराते हुए आरोपी बनाया था. हालांकि पुलिस के अनुसंधान में उन आरोपियों पर दबाव बनाया गया. जिसके बाद उनलोगों ने सदर थाना क्षेत्र में लाकर युवक को छोड़ दिया.
पैसे की लेनदेन में अगवा किया:उन्होंने आगे बताया कि घटना की सूचना के बाद सदर डीएसपी संतोष कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार, एसआई ब्रजेश कुमार चौहान सहित अन्य के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. जिनलोगों ने अपने अनुसंधान में यह पाया कि इन दोनों के बीच लेनदेन का मामला चल रहा था. इसी कारण अपहृत युवक के परिजनों को कुछ रकम देने थे. लेकिन वे रकम उनलोगों ने देने से इंकार किया और आनाकानी करने लगे. जिसके बाद पैसों की रिकवरी के लिए आक्रोशित होकर युवक को अगवा कर लिया. उक्त मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि परिजनों द्वारा जो आवेदन दिया गया था जिसमें अपहृण करने की बात कही गई थी. इसलिए एफआईआर में अपहरण का ही मामला दर्ज किया गया है.
" बीते 6 जनवरी को आरोपियों ने युवक को घर से निकलने के बाद दुकान जाते समय अगवा कर लिया था. जिसके बाद लापता होने की सूचना उनके परिजनों द्वारा दी गई थी. जिसमें उन्होंने अपने पुत्र के लापता होने की बात कहते हुए कुछ लोगों को दोषी ठहराते हुए आरोपी बनाया था. जिसके बाद उन आरोपियों पर दबाव बनाया गया. जिसके बाद उनलोगों ने सदर थाना क्षेत्र में लाकर युवक को छोड़ दिया"- एजाज हाशिम मनी,डीएसपी
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