सहरसा: जलस्तर घटने से स्पर और स्टर्ड के कटने का बढ़ा खतरा, खौफ के साये में जी रहे ग्रामीण
कोसी नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने के बाद तटबंध के बीच बसे गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे. अब उन गांवों के जलस्तर के घटने के साथ ही स्परों, स्टर्ड जो तटबंध पर बने है. उन पर भी खतरा मंडराने लगा है. जिससे बांध टूटने के डर से लोग रातभर जागने को विवश हैं.
सहरसा: बिहार के अधिकांश जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. सहरसा के बहुत से प्रखंड अभी भी बाढ़ की चपेट में है. कोसी नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने के बाद तटबंध के बीच बसे गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे. अब उन गांवों के जलस्तर के घटने के साथ ही स्परों, स्टर्ड जो तटबंध पर बने है. उन पर भी खतरा मंडराने लगा है.
स्परों और स्टर्ड पर खतरा
कोसी नदी के जलस्तर घटने से स्परों और स्टर्ड के बिंदुओं पर खतरा मंडराने लगा है. इससे आसपास रहने वाले गांव के लोगों की नींद हराम हो गयी है. बांध टूटने के खौफ से लोग रातभर जागने को विवश हैं. वहीं, महीनों पहले कटाव निरोधी कार्य कर विभाग निश्चिन्त हो गया है. बता दें कि स्परों और स्टर्ड तटबंधों पर बनाया जाता है. जिससे तटबंध सुरक्षित रहता है.