पटना:बिहार में मौसम (Bihar Weather) का मिजाज बदला हुआ है. राज्य के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से बारिश दर्ज की जा रही है. वहीं बिहार के 10 जिलों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, मौसम में बदलते प्रभाव के कारण अगले कुछ घंटों में प्रदेश भर में बारिश और वज्रपात के संभावना है. मौसम विभाग केंद्र पटना (Meteorological Department) ने आज बिहार के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है.
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मौसम विभाग (Weather Department) के मुताबिक बिहार के पूर्वी और पश्चिमी चम्पारण, गोपालगंज, भोजपुर, पश्चिमि चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली और दरभंगा में येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बिहार के सभी जिलों में आने वाले अगले 2 से 3 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना है.
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बता दें कि मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक बिहार के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है. मॉनसून की ट्रफ रेखा डेहरी से होकर गुजरी है. इसके साथ ही पूर्वी और आसपास के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी हुई है. जिसके कारण राज्य के कई हिस्सों में बादल छाये रहेंगे.
मौसम विभाग (Weather Department) ने लोगों से अपील की है कि जब बारिश हो या बिजली की गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दे तो लोग पक्के मकान में शरण लें और पूरी सावधानी बरतें. खुले मैदान, नदियां, जलजमाव वाले क्षेत्र, आम और लीची के बागान जैसी जगहों पर बिजली गिरने की संभावनाएं अधिक है.
ब्लू अलर्ट (Blue Alert):जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
येलो अलर्ट (Yellow Alert): भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert):चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
रेड अलर्ट (Red Alert): जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
ग्रीन अलर्ट (Green Alert):कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.