पटना:कोरोना से ठीक होने वालों में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. राजधानी पटना के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच की बात करें तो यहां भी ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज शुरू हो गया है. 2 दिनों से अस्पताल में मरीज एडमिट भी होने शुरू हो गए हैं. पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने बताया कि अस्पताल की ईएनटी और आई वार्ड में 70 बेड का ब्लैक फंगस के लिए डेडीकेटेड वार्ड बनााए गए हैं. जहां फिलहाल 8 मरीजों का इलाज चल रहा है और एक मरीज की स्थिति गंभीर होने पर पटना एम्स रेफर किया गया है.
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'ब्लैक फंगस के वार्ड में ईएनटी, आई और नेफ्रों वार्ड के डॉक्टरों को नोडल के तौर पर नियुक्त भी किया गया है. अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों में इस्तेमाल होने वाला एंफोटेरेसिन बी का इंजेक्शन उपलब्ध है.' - डॉ. विद्यापति चौधरी, प्राचार्य, पीएमसीएच
संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को लेकर तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी ने बताया कि बच्चे के वार्ड में कोरोना केसेस के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया है. अगर संक्रमण की तीसरी लहर आती है तो बच्चों के वार्ड में वेंटिलेटर की व्यवस्था होनी बहुत जरूरी होगी. ऐसे में वेंटीलेटर बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है. निकू और पीकू का इलाज पहले से पीएमसीएच में चलते आ रहा है. इसके बेडों की संख्या और बढ़ाई जाएगी. फिलहाल बेडों की संख्या को 15 से बढ़ाकर 30 तक किया जा रहा है.