पटना:बिहार पुलिस अब सभी जिलों में स्वान दस्ता देने की तैयारी कर रही है. राज्य की पुलिस अब कुत्तों की मदद से शराब व्यवसयी और अपराधियों को पकड़ेगी. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में स्वान दस्ता टीम गठित करने का निर्णय लिया है.
एडीजी ने बताया कि आपराधिक घटनाओं में और उनके अनुसंधान में पहले से ही स्वान दस्ता की बड़ी भूमिका रही है, पुलिस मुख्यालय फिलहाल 25 कुत्तों की खरीदारी करने जा रहा है.
एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि आपराधिक घटनाओं के बाद स्वान दस्ता से जांच के दौरान जो इनपुट मिलते हैं, वे काफी विश्वसनीय होते हैं और ये अन्य माध्यमों से नहीं मिल पाते हैं. अपराध अनुसंधान विभाग के तहत सभी क्षेत्रीय जिलों में स्वान दस्ता टीम गठित करने का निर्णय लिया गया है.
पटना से भेजी जाती थी दस्ता की टीम
दरअसल, पहले के दिनों में जब बिहार के किसी और जिले में घटनाएं घटित होती थी, तो राजधानी पटना से ही स्वान दस्ता की टीम भेजी जाती थी. आने-जाने में स्वान दस्ता टीम को काफी समय लग जाता था. जिस वजह से अनुसंधान की प्रक्रिया में भी काफी देरी होती थी.
शराब तस्करी पर लगेगा लगाम
आपको बता दें कि बिहार में 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है. लेकिन बावजूद इसके बिहार में शराब की तस्करी रूकने का नाम नहीं ले रही है. जिसके बाद बिहार पुलिस की तरफ से ट्रेंड कुत्तों की खरीदारी की गई थी. इन्हीं कुत्तों के माध्यम से शराब तस्करों को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिलती है.
बिहार में पहले से हैं 20 कुत्ते
एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि स्वान दस्ता की ट्रेनिंग के साथ-साथ उनके जो हैंडलर होते हैं, उनकी भी ट्रेनिंग विश्वसनीय ट्रेनिंग सेंटर से कराई जाती है. अभी भी एक स्वान दस्ता को ट्रेनिंग देने का कैंप चल रहा है. वहीं, पहले से भी बिहार में स्वान दस्ता के रूप में 20 कुत्तों की मदद ली जा रही है. जो कि वीवीआईपी मामलों में लगाए जाते हैं. ये सभी कुत्ते लेब्रा डॉग होते हैं. माना जा रहा है कि सरकार का यह कदम सराहनीय है. जिससे शराब तस्करी पर लगाम के साथ-साथ आपराधिक घटनाओं पर भी अंकुश लगाई जा सकती है.