बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल पटनाःबिहार में डीजल बस चलाने के लिए 6 माह की अनुमति दी गई है. इसकी जानकारी बिहार परिवहन मंत्री शीला मंडल ने दी है. मंत्री ने बताया कि पर्व त्योहार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके बाद बिहार के पटना, गया और मुजफ्फरपुर मेंडीजल बस बंद किया जाएगा. इसके साथ ही बिहार में सीएनजी पाइप बिछाने का भी काम तेजी से चल रहा है.
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"पटना, मुजफ्फरपुर और गया में डीजल वाहन को बंद कराना है, लेकिन पर्व को देखते हुए बस मालिकों और संघ के लोग ने समय देने की मांग की. इसी को देखते हुए 6 माह का समय दिया गया है ताकि तब तक बस मालिक अपनी व्यवस्था कर सके. छठ और दीपावली को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके बाद होमलोग डीजल वाहन को बंद करेंगे. पटना और मुजफ्फरपुर में धीरे धीरे सीएनजी का पाइप बिछ रहा है. सुविधा मिल रही है. इसे और बढ़ाया जाएगा."-शीला मंडल, परिवहन मंत्री, बिहार
बिहार में डीजल बस पर रोक से राहतःपटना, मुजफ्फरपुर और गया में 30 सितंबर की रात से ही डीजल बसों पर रोक का फैसला लिया गया था, लेकिन बस मालिकों की ओर से 6 महीना बढ़ाने की मांग की गई थी. दिवाली और छठ में ग्रामीण इलाकों से लोग बड़ी संख्या में आते-जाते हैं. ऐसे में लोगों को परेशानी न हो इसको देखते हुए परिवहन विभाग की ओर से फैसला लिया गया है. परिवहन मंत्री ने कहा कि सीएनजी के लिए पाइप लाइन बिछाया जा रहा है.
15 साल पुराने वाहनों पर भी लग चुकी है रोकः बता दें कि पटना में पहले ही 15 साल पुराने वाहनों के चलने पर रोक लगाई जा चुकी. गया और मुजफ्फरपुर में 15 साल पुराने वाहनों पर रोक का फैसला लिया गया है. हालांकि अभी भी पटना और अन्य शहरों में 15 साल पुराने वाहन चल रहे हैं. अब देखना है कि छठ के बाद परिवहन विभाग की ओर से क्या फैसला लिया जाता है. बिहार सरकार की ओर से डीजल वाहन को सीएनजी में बदलने के लिए अनुदान भी दी गयी है.