पटना:जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा (JDU leader Upendra Kushwaha ) के बयान के बाद से बिहार की सियासत अंगड़ाई लेने लगी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हालात पर गोलमोल जवाब दिया. नीतीश कुमार ने ना तो भाजपा की आलोचना कर रहे हैं और ना ही उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बयानों में तल्खी दिखाई. राजद नेता लगातार उटपटांग बयानबाजी कर रहे हैं. सुधाकर सिंह, विजय मंडल, चंद्रशेखर सिंह और आलोक मेहता सरीखे नेताओं के बयान से महागठबंधन में नीतीश कुमार काफी असहज दिख रहे हैं.
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बिहार में राजनीतिक बवंडर:बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का स्वरूप बदला था. नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने महागठबंधन का दामन थाम लिया था. महज 5 महीने के भीतर ही महागठबंधन में नीतीश कुमार असहज हो गए. जानकार बताते हैं कि राजद नेताओं की बयानबाजी से नाराज नीतीश कुमार ने वैकल्पिक सियासत को लेकर मंथन शुरू कर दिया है. जदयू पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की तस्वीर भाजपा नेताओं के साथ आती और बिहार की राजनीति में कयास लगने लगता है.
"उपेंद्र कुशवाहा जी से हमारा पुराना रिश्ता है. वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में रह चुके हैं. 2024 के पहले एनडीए का कुनबा बढ़ेगा, लेकिन इस पर फैसला हमारे केंद्रीय नेतृत्व को करना है."-संजय टाइगर, भाजपा प्रवक्ता