पटनाः रमजान उल मुबारक का चांद बिहार के सुपौल, सहरसा, मधुबनी और दरभंगा समेत कई दूसरे जिलों में देखा गया. बिहार, झारखंड और उड़ीसा के मुसलमानों की सबसे बड़ी इदारा इमारत-ए-शरिया और प्रसिद्ध खानकाह-ए-मुजिबिया फुलवारीशरीफ ने रमजान मुबारक का चांद देखे जाने की पुष्टि की है. इसके साथ ही शनिवार को रमजान की पहली तारीख है.
लॉकडाउन के कारण रमजान में रोजेदारों से घर पर ही इबादत करने की अपील
फुलवारीशरीफ स्थित इमारत ए शरिया के कार्यवाहक नाजिम मौलाना शिब्ली अल कासमी ने कहा है कि इस बार रमजान के महीने में सोशल डिस्टेंस बनाए रखकर अल्लाह की इबादत करनी है.
घर से ही करेंगे इबादत
फुलवारीशरीफ स्थित इमारत-ए-शरिया के कार्यवाहक नाजिम मौलाना शिब्ली अल कासमी ने कहा है कि इस बार रमजान के महीने में सोशल डिस्टेंस बनाए रखकर अल्लाह की इबादत करनी है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से इस बार रोजेदार रमजान की नमाज और इबादत घर से ही करेंगे.
कोरोना महामारी से बचाने की दुआ
मौलाना कासमी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते सरकार ने जो लॉकडाउन लगाया है उसका हम सबको पालन करना है. उन्होंने कहा कि रमजान का महीना पाक महीना है और अल्लाह से ज्यादा से ज्यादा दुआ करेंगे कि कोरोना महामारी से अपने देश के लोगों को बचाएं.