पटना (मसौढ़ी): सूबे के मुखिया नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) का दावा है कि बिहार के किसी भी कोने से 5 घंटें में पटना पहुंचा जा सकता है. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-83 (National Highway No-83) जो कि पटना को गया से जोड़ता है. उस हाइवे पर लोगों को समझ नहीं आता की वे सड़क पर यात्रा कर रहे हैं या गड्ढे में.हाइवे के गढ्ढों में तब्दील (Highway Turned into Potholes) हो जाने से लोग यात्रा करने से लोग कतराने लगे हैं. इस पर निकलना दुर्घटना का दावत देने के समान है. यहां से मंत्री, नेता और तमाम अधिकारी प्रतिदिन गुजरते हैं. लेकिन इस पर उनका ध्यान नहीं जाता. हालांकि लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
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बता दें कि पटना-गया नेशनल हाइवे-83 इन दिनों गड्ढे में तब्दील हो चुका है. जोकि राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है. वहीं, अब हाइवे पर आये दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. इन गढ्ढे वाली सड़कों पर दिन में किसी तरह से राहगीर गुजर जाते हैं. लेकिन रात के वक्त बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हालांकि गढ्ढे वाली सड़क में रोजाना कई नेता, मंत्री एवं पदाधिकारी भी गुजरते हैं. सड़क की इस दुर्दशा पर उनकी निगाह नहीं जाती. बिहार में नेशनल हाईवे के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. राजधानी पटना-गया नेशनल हाइवे की बदहाली का जिम्मेदार सरकार नहीं तो कौन है?
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पटना-गया नेशनल हाइवे का यह हाल देखकर प्रदेश की अन्य सड़कों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. नदवा से लेकर नीमा तक रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं. सड़कों पर जाम की स्थिति बन रही है. बारिश के मौसम में गड्ढों में पानी भर जाने से वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. इसके बावजूद सरकारी उदासीनता बनी हुई है. हालांकि एनएचआई के पदाधिकारियों का कहना है कि जल्द ही नेशनल हाइवे की मरम्मत की जाएगी.