पटना: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर इन दिनों चल रहे विशेष संक्षिप्त पंडिशन के कार्य में फार्म संख्या 6,7,8 के तहत नाम जोड़ने, मृत मतदाताओं के नाम काटने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. उसे बीएलओ एप्प पर अपलोड करना है, लेकिन मसौढ़ी विधानसभा में 96 ऐसे बीएलओ हैं जो काम में लापरवाही बरत रहे हैं.
96 बीएलओ पर पटना डीएम ने की कारवाई:चुनाव कार्य में लापरवाही और कोताही बरतने वाले मसौढ़ी विधानसभा के 96 बीएलओ पर पटना डीएम ने कारवाई करते हुए सबों पर स्पष्टीकरण मांगा है और अगले आदेश तक वेतन बंद करने का आदेश जारी किया है. इसके अलावा उन्हें चेतावनी दी है कि चुनाव कार्य में अगर लापरवाही सिद्ध होती है तो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत 2 साल का कारवास भी हो सकता है.
विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य में कोताही बरतने का मामला: दरअसल आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर फोटो निर्वाचक सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत निर्वाचन सूची का प्रारूप प्रकाशन होने के बाद दावा आपत्ति प्राप्त किया जा रहा है. इसके अलावा विशेष अभियान के तहत निर्वाचकों का प्रपत्र 6,7 एवं 8 आवेदन संग्रहण किया जा रहा है.
मांगा गया स्पष्टीकरण: इस कार्य की समीक्षा के दौरान ERO के द्वारा प्रतिवेदन जानकारी के अनुसार बीएलओ के द्वारा प्रपत्र 6, 7 एवं 8 का संग्रहण प्रतिवेदन शून्य है जो निर्वाचन कार्य में रुचि नहीं लेने तथा घोर लापरवाही का घोतक है. ऐसे में जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने मसौढ़ी विधानसभा के कुल 96 बीएलओ पर लापरवाही बरतने को लेकर 24 घंटे का स्पष्टीकरण निकालते हुए अगले आदेश तक वेतन रोक देने का आदेश जारी किया है.
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