पटना : कोरोना संक्रमण के चलते लंबे अवधि तक बंद बिजली बिल का काउंटर सरकार ने खोलने की योजना बनाई है. लोग बिजली बिल तय समय सीमा के अंदर जमा करें नहीं तो उनकी बिजली कट सकती है. सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने एक बार फिर से हमला बोला है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार लॉकडाउन की अवधि तक आम लोगों की बिजली माफ करे.
'लोग बिजली बिल कहां से जमा करेंगे'
आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने सरकार से मांग की है कि सरकार लॉकडाउन की अवधि तक आम लोगों की बिजली माफ कर दे. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले हैं. लोगों की दुकानें बंद हैं. ऐसे में सरकार उनसे पैसा लेती है, तो यह बहुत बड़ा जुर्म होगा. लॉकडाउन की वजह से लोग दो जून की रोटी भी नहीं जुटा पा रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में वह बिजली बिल कहां से जमा करेंगे. इसलिए सरकार से मेरी मांग है कि तत्काल उनकी बिजली बिल माफ कर दी जाए.
'बिजली बिल माफ करें सरकार'
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी सरकार से मांग की है कि लोगों की परेशानी को देखते हुए सरकार को चाहिए कि बिजली बिल माफ कर दे. कांग्रेस पार्टी यह मांग पहले से ही उठाती आ रही है. 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है. लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसी स्थिति में उनका आमदनी का जरिया भी बंद है, तो वे लोग बिजली भी कहां से जमा कर पाएंगे. इसलिए सरकार अपने फैसले पर एक बार पुनर्विचार कर ले और आम लोगों के दुकान के साथ घरों का भी बिजली बिल माफ करे.
बिजली काउंटर तक कैसे पहुंचेंगे लोग
बता दें कि लॉकडाउन को लेकर सरकार मकान मालिकों से अपील कर रही है कि किराएदार लोगों से किराया ना लें. लेकिन सरकार अपना खजाना भरने के लिए आज से बिजली बिल जमा कराने के लिए काउंटर खोलने का आदेश दिया है, ऐसे में सवाल उठता है कि जब लॉकडाउन की वजह से सड़क पर वाहन नहीं चल रहे हैं, तो लोग बिजली काउंटर तक कैसे पहुंचेंगे.