पटना:राजधानी पटना के नौबतपुर स्थित तरेत पाली मठ (Taret Pali Math in Naubatpur Patna) में शनिवार से पांच दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन (Five day Hanumant Katha organized) हुआ. दूसरे दिन का कार्यक्रम समाप्त हो गया. बता दें कि बागेश्वर धाम से आए आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथा वाचन कर रहे हैं. तरेत पाली मठ में कथा का आज दूसरा दिन था. दूसरे दिन बाबा का कथा सुनने के लिए नेपाल से एक महिला का पूरा परिवार पहुंचा हुआ है. नेपाल के जनकपुर से आई महिला का परिवार बाबा का दर्शन करने और कथा सुनने के लिए उनका बेसब्री से इंतजार कर रही है.
Bageshwar Baba: तरेत पाली मठ में कथा सुनने नेपाल से पहुंचा परिवार, बाबा के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
पटना के नौबतपुर तरेत पाली मठ में आयोजित बाबा बागेश्वर धाम के कार्यक्रम के दूसरे दिन नेपाल से एक महिला पूरे परिवार के साथ कथा सुनने के लिए पहुंची हैं. महिला ने बताया की वो कथा समाप्ति के दिन तक यहां रुकेंगी. बाबा के दर्शन और कथा सुनने को लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा का इंतजार कर रही हैं.
हनुमंत कथा सुनने नेपाल से पहुंची श्रद्धालु : श्रद्धालु कंचन पांडेय ने बताया कि, जब उनको पता चला कि बाबा बागेश्वर धाम पटना आ रहे हैं. तो अपने पूरे परिवार के साथ वो नेपाल के जनकपुर से आई है और बाबा का कथा सुनने के लिए बाबा का इंतजार कर रही हैं. महिला ने बताया कि शाम 4 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक बाबा कथा सुनाते हैं. महिला ने आगे कहा कि जब तक बाबा का कार्यक्रम चलता रहेगा, तब तक वो लोग यहीं पर रहेंगे.
धीरेंद्र शास्त्री के कथा में भाड़ी भीड़: बाबा के कार्यक्रम में काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. नेपाल के अलावा भारत के विभिन्न राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. बाबा के भक्ति गानों पर लाखों संख्या में श्रद्धालु झूमते भी दिख रहे हैं. कल यानी 13 मई से शुरू हुए बाबा बागेश्वर धाम के हनुमत कथा का समापन 17 मई को होगा. जिसमें एक दिन उनका दिव्य दरबार भी लगना है. जिसमें लोगों की पर्ची निकाली जाएगी, जिसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: हनुमंत कथा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो पटना जिला प्रशासन की ओर से बाबा के कार्यक्रम को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में है. कार्यक्रम स्थल के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस बल और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती की गई है. हालांकि, बाबा का कथा की शुरुआत होते हीं लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ता है और भक्ति गानों पर लोग सुनना शुरू कर देते हैं.