पटना: जिले के बाढ़ अनुमंडल के कचहरी चौक के पास बुधवार को मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन किया गया. इस दौरान मां की प्रतिमा को कचहरी चौक से लेकर पूरे शहर में घुमाया गया. इसके बाद माता की प्रतिमा का विसर्जन किया गया.
मां दुर्गा के विसर्जन को लेकर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ बताया जाता है कि कचहरी चौक में बैठी मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन विजयदशमी के ठीक एक दिन बाद एकादशी को किया जाता है. साथ ही पटना से ढोल-ताशे भी मंगवाए गए. जिसको देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. बता दें कि माता की विदाई से पहले जगह-जगह पर महिलाओं ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की.
मुंगेर में भी हुआ मूर्ति विसर्जन
जिले में बड़ी दुर्गा मां का विसर्जन किया गया. बड़ी मां दुर्गा का अलग ही महत्व है. बताया जाता है कि बड़ी मां के नाम से मशहूर दुर्गा जी को 32 कहारों के सहारे विसर्जित किया गया. इसी बीच श्रद्धालुओं के बीच मां को कंधा देने की होड़ लगी रहती है. जगह-जगह श्रद्धालु मां की आरती उतारकर श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं. इस कारण मुंगेर की बड़ी दुर्गा को दो किलोमीटर की विसर्जन यात्रा करने में लगभग 20 घंटे का समय लग जाता है.
मां दुर्गा की निकाली गई शोभायात्रा
विसर्जन के दौरान जिस रास्ते से मां दुर्गा की शोभायात्रा निकलती है, उस रास्ते को शुद्ध जल से साफ किया जाता है. साथ ही फूलों की बारिश भी की जाती है. जिसमें न सिर्फ मुंगेर जिले के बल्कि मुंगेर प्रमंडल के विभिन्न भागों से श्रद्धालु शोभा में शामिल होते हैं. बता दें कि बड़ी मां दुर्गा, बड़ी मां काली, छोटी दुर्गा और छोटी काली की प्रतिमा विसर्जन के लिए कहार डोली पर ले जाते हैं.
भागलपुर में दुर्गा विसर्जन
भागलपुर में भी दुर्गा प्रतिमा की विसर्जन के दौरान शोभायात्रा निकाली गई. बुधवार को सुबह विभिन्न पूजा स्थलों से मां दुर्गा की प्रतिमा को लेकर मेढ़पति के नेतृत्व में आयोजक स्टेशन की ओर से शोभायात्रा आगे बढ़ी. जहां गणमान्य अतिथियों ने आरती की जिसके बाद शोभायात्रा आगे बढ़ाया गया. विसर्जन के दौरान जिला प्रशासन की ओर से हर जगह सुरक्षा के विशेष व्यवस्था की गई.
ढोल बाजे के साथ सैकड़ों की संख्या में जुटे श्रद्धालु सुरक्षा बलों की तैनाती
भागलपुल सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने बताया कि 69वां दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया गया. सबसे पहले परबत्ती की दुर्गा प्रतिमा आगे लाइन में थी. दुर्गा पूजा महासमिति और प्रशासन ने जो समय निर्धारित और रूट निर्धारित किया था. सुरक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि सभी प्रतिमा के साथ सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है.