LJPR ने की बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग पटनाः बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 30 लोगों की मौतको लेकर चिराग पासवान की एलजेपीआर ने सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग (LJPR demands President rule in Bihar) की है. सारण में जहां शराब पीने से 30 लोगो की मौत हुई है. वहां से लौटकर एलजेपीआर के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरूण कुमार ने पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन आयोजित की. इसमें उन्होंने बताया कि सत्ता के संरक्षण में पुलिस की मिलीभगत से शराब का अवैध धंधा फल फूल रहा है. निश्चित तौर पर अवैध व्यापार में अर्जित धन सत्तारूढ़ दल के खजाने को मजबूत कर रहा है, जिस कारण सरकार पूरी तरह चुप्पी साधे हुई है.
ये भी पढ़ेंः'हां, हमने पी थी शराब'.. छपरा में अस्पताल में भर्ती शराबियों ने कबूली पीने की बात
एलजेपीआर ने गहरी संवेदना व्यक्त कीः सारण के मशरक में जहरीली शराब पीने से दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत पर एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने सभी मृतकों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. घटना की जानकारी मिलते ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के निर्देशानुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने एक जांच दल गठित कर घटनास्थल पर रवाना किया.
पार्टी के जांच दल ने लोगों से की मुलाकातः पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि जांच दल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार, राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा, पूर्व विधान पार्षद अजय अल्तमस, युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अनिल कुमार पासवान, छपरा जिले के नगर अध्यक्ष मुकेश सिंह शामिल थे. मौके पर पहुंची जांच दल ने सभी मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वाना दी और अस्पताल में भर्ती सभी पीड़ितों से मिलकर उनका हाल जाना.
वर्तमान सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं: डॉ अरुण कुमार ने आगे कहा कि अब इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. क्योंकि लाशों की खेती से बिहार त्राहिमाम हो चुका है. उन्होंने ने कहा कि क्योंकि सरकार अपराध और अवैध शराब के व्यापार के मुद्दे पर पूरी तरह विफल हो गई है. अब नीतीश कुमार को सत्ता में बने रहने से बिहार पूरी तरह बर्बाद हो रहा है इसलिए बिहार को बचाने की आवश्यकता है. डॉ कुमार ने केंद्र सरकार से बिहार में मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर राष्ट्रपति लागू करने की मांग की है.
"सत्ता के संरक्षण में पुलिस की मिलीभगत से शराब का अवैध धंधा फल फूल रहा है. निश्चित तौर पर अवैध व्यापार में अर्जित धन सत्तारूढ़ दल के खजाने को मजबूत कर रहा है. सरकार अपराध और अवैध शराब के व्यापार के मुद्दे पर पूरी तरह विफल हो गई है. अब नीतीश कुमार को सत्ता में बने रहने से बिहार पूरी तरह बर्बाद हो रहा है इसलिए बिहार को बचाने की आवश्यकता है"- डाॅ अरुण कुमार, उपाध्यक्ष, एलजेपीआर