पटना: बिहार में लॉकडाउन पार्ट-3की शुरूआत बुधवार से होगी. प्रदेश में लगे लॉकडाउन का अच्छा पहलू ये है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या घटी है, अस्पतालों से मरीजों का दबाव कम हुआ है. सीएम नीतीश ने भी ट्वीट कर राहत की ये खबर साझा की और नतीजों के आधार पर ही नीतीश सरकार ने लॉकडाउन को 1 जून तक के लिए आगे बढ़ा दिया है. लेकिन बिहार में एनडीए सरकार के ही घटक दल हम पार्टी सुप्रीमो और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बिहार में लगे लॉकडाउन का विरोध किया था.
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'सीएम से अनुरोध किया था, विरोध नहीं'
अपनी ही सरकार के द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का विरोध करने के सवाल पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने ईटीवी भारत से कहा कि हम जनसरोकार से जुड़े हुए हैं. लॉकडाउन को लेकर हमारी तैयारी नहीं थी, इसलिए हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया था, विरोध नहीं. वो सारी बात जिसकी हम चर्चा करते थे उस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चल पड़े हैं, लेकिन फिर भी बिहार में लॉकडाउन तो हुआ.
''लॉकडाउन के दौरान हमने जनता की हर तरह की मुसीबत को देखा है. मजदूरों को नौकरी नहीं मिल रही, छोटे-छोटे व्यापारियों की कोई आमदनी नहीं हो रही है. ठेला चलाने वाले और रिक्शा चलाने वालों की आज क्या स्थिति हो गई है.''-जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम, बिहार
बिहार में एक जून तक लॉकडाउन
बता दें कि नीतीश सरकार ने सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर 1 जून तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की. सीएम नीतीश ने कहा कि जिस प्रकार से राज्य में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, इसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
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पहले भी दो बार लगाया गया लॉकडाउन
हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत पहले ही दे चुके थे. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद 5 मई को बिहार में लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी. पहले फेज में 10 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा और फिर दूसरी बार 10 दिनों के लिए लॉकडाउन 25 मई तक बढ़ाया गया था.