पटना: कोरोना वायरस महामारी को लेकर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि है डबल इंजन के सरकार होने के बावजूद केंद्र राज्य को उम्मीद के मुताबिक मदद नहीं कर पा रही है. जिस वजह से प्रदेश सरकार क्रेंद्र की और टकटकी लगाए आस में बैठा हुआ है.
कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार के पास पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं नहीं, फेल है डबल इंजन- HAM
बिहार में मेडिकल सुविधाओं और कोरोना जांच पर सवाल उठाते हुए हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. हम प्रवक्ता ने कहा कि डबल इंजन सरकार के बावजूद बिहार सरकार को उतनी केंद्र से उतनी मदद नहीं जितने की उम्मीद की जा रही थी.
'फेल है डबल इंजन की सरकार'
इसको लेकर हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार को अपेक्षित मदद केंद्र के द्वारा नहीं की जा रही है. सरकार के डिमांड के मुताबिक केंद्र सरकार जरूरत के मेडिकल उपकरण भी उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. उन्होंने कहा कि ये हालात तब है जब पीएम मोदी बिहार में डबल इंजन सरकार होने के दावे करते हैं. बिहार में यह डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से फेल है.
'जांच के मामले में निचले पायदान पर बिहार'
हम प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में कोरोना के 43 सौ जांच किए जा चुके हैं. प्रदेश के मेडिकल के हालात किसी से छिपा हुआ नहीं हैं. बता दें कि इससे पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी बिहार के स्वास्थ्य सुविध को लेकर सवाल उठाए थे. नेता प्रतिपक्ष ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कोरोना जांच के मामले में बिहार का नंबर पूरे देश में छठे स्थान पर है.