सरसों होगा किसानों के लिए मुनाफे का सौदा पटना:बिहार की राजधानी पटना में किसानों के बीच मुफ्त में सरसों का बीज वितरित (Free distribution of mustard seeds in Bihar ) किया जा रहा है. दरअसल, सूबे में तिलहन के उत्पादन में बढ़ावा देने को लेकर सरकार ने विशेष सरसों मिशन अभियान चलाया है. इसी के तहत किसानों को सरसों के बीज मुफ्त में दे रही है. इसको लेकर मस्टर्ड मिशन के तहत हर प्रखंड में एक लक्ष्य निर्धारित किया गया है. मसौढ़ी प्रखंड में 250 किसानों के बीच सरसों के बीच का वितरण किया जाएगा. मसौढ़ी में 210 हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य रखा गया है.
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धान की फसल की क्षतिपूर्ति के लिए तिलहन के उत्पादन को बढ़ावा: सरकार ने रबी महोत्सव के दौरान 2022 -23 के तहत दलहन और तिलहन को बढ़ावा देने के लिए हर प्रखंड में मिनी किट आवंटित कर रही है. बताया जाता है कि कि बिहार में कई जिलों में इस बार मानसून की कमी के कारण धान और अन्य फसलों की कई तरह से क्षति हुई है. इसकी भरपाई करने के लिए दलहन और तिलहन के बीज का मिनी किट मुफ्त में उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है. राष्ट्रीय बीज निगम के द्वारा अधिकृत एजेंसी की ओर से मिनी किट का वितरण किया जा रहा है.
मुफ्त में सरसों के बीज का मिनी किट उपलब्ध करा रही सरकारः अधिक उपज देने वाली किस्मों के बीज के वितरण से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों के बीच नवीनतम फसल की बीज दी जा रही है. इस बार सरकार ने 2023 के दौरान दलहन और तिलहन को बढ़ावा देने के लिए मसौढ़ी में 250 किसानों के बीच मुफ्त में सरसों के बीज को उपलब्ध करवा रही है. प्रत्येक किसान को 2 किलो सरसों मुफ्त में दे रही है. वहीं पूरे मसौढ़ी प्रखंड में 210 हेक्टेयर में उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.
मिशन मस्टर्ड किसानों के लिए मुनाफे का सौदा: रबी सीजन 2022-23 में कृषि और किसानों के लिए चलाई जा रही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन तिलहन के तहत सरकार ने सरसों के बीज बांटने का फैसला लिया है. इसका नाम मस्टर्ड मिशन रखा गया है. यह मिशन सरसों किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित होगी. गौरतलब है कि भारत में तिलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसमें सरसों को प्रमुखता देते हुए उसकी खेती बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है.
2025 तक मिशन मस्टर्ड के उत्पादन का लक्ष्यः मिशन मस्टर्ड के तहत 2025 तक इसके उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. इस हिसाब से आने वाले सालों में किसानों के लिए यह सरसों की खेती मुनाफे का सौदा साबित होने वाली है. इस साल भी सरसों का उत्पादन होने संभावना देखी जा रही है ऐसे में तिलहन क्रांति में अग्रणी भूमिका निभा सकती है. कृषिकार्यालय मसौढ़ी के कोर्डिनेटर नवीन कुमार सिंह ने बताया कि मसौढ़ी में विशेष सरसों अभियान के तहत 250 किसानों को मिनी किट दिया जाएगा. इसमें 33 प्रतिशत महिला किसानों को दिया जाएगा. मिनी किट में सरसों का बीज है. यह अभियान इस बार खरीफ फसल की क्षतिपूर्ति के लिए दिया जाएगा.
"मसौढ़ी में विशेष सरसों अभियान के तहत 250 किसानों को मिनी किट दिया जाएगा. इसमें 33 प्रतिशत महिला किसानों को दिया जाएगा. मिनी किट में सरसों का बीज है. यह अभियान इस बार खरीफ फसल की क्षतिपूर्ति के लिए दिया जाएगा"-नवीन कुमार सिंह, कोर्डिनेटर, कृषि कार्यालय, मसौढी