पटना:घरेलू कामगार यूनियन के बैनर तले शनिवार को पटना स्थित कारगिल चौक पर सैकड़ों घरेलू कामकाजी महिलाएं धरने पर बैठ गईं. जानकारी के अनुसार बिहार सरकार से रोजगार और अपने अधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शनरत महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की. मौके पर प्रदर्शन कर रही घरेलु कामगार यूनियन की सदस्य वरुणी ने बताया कि कोरोना काल में घरेलू कामकाजी महिलाओं की स्थिति काफी खराब है. इसलिए हम लोग अपनी उचित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
पटना: घरेलू कामगार यूनियन की महिलाओं ने किया प्रदर्शन, कहा- हमारी मांगों को पूरी करे सरकार
प्रदर्शनकारी महिलाओं की प्रमुख मांगें बेरोजगारी भत्ता, लॉकडाउन काल का पूरा वेतन भुगतान, राशन कार्ड बनाने, घरेलु कामगार महिलाओं को मजदूर दर्जे में शामिल करने के साथ पंजीकरण, न्यूनतम वेतन, ओवरटाइम दर और चिकित्सीय सुविधा की मांग से साथ अन्य दो मांगें हैं. वहीं इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी भी की गई.
वरुणी ने आगे बताया कि हम लोगों की प्रमुख मांगें बेरोजगारी भत्ता, लॉकडाउन काल का पूरा वेतन भुगतान, राशन कार्ड बनाने, घरेलु कामगार महिलाओं को मजदूर दर्जे में शामिल करने के साथ पंजीकरण, न्यूनतम वेतन, ओवरटाइम दर और चिकित्सीय सुविधा की मांग से साथ अन्य दो मांगें हैं. वहीं इस दौरान सोशल डिस्टनसिंग नियमों की अनदेखी की गई.
'चुनावी रैलियों में भी होता है नियम उल्लंघन'
वहीं शारीरिक दूरी नियमों के उल्लंघन के सवाल पर वरुणी ने बताया कि चुनावी रैलियों और चुनाव प्रचार-प्रसार अभियान के दौरान कितना नियमों का ख्याल रखा जा रहा है. सर्वविदित है. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों के लिए विरोध प्रदर्शन नहीं करें तो भूखे मरने की नौबत आ जाएगी. हम पेट की भूख से मरे या कोरोना से हमारे लिए स्थिति एक ही है.