पटना:बिहार के कई जिलों में बाढ़ के डर ने लोगों की नींद उड़ा दी है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा और सीतामढ़ी के तराई वाले इलाके में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. महानंदा, कमला बलान, कोसी और बागमती नदियां उफान पर बह रही हैं. तो वहीं कुछ नदियां खतरे के निशान से ही काफी नीचे बह रही हैं. साथ ही गंगा के बढ़ते जलस्तर से भी लोगों में डर समाया हुआ है.
23 जुलाई को बिहार में प्रमुख नदियों का जलस्तर इस प्रकार से रहा:
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर और कहलगांव में 31 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं, फरक्का में खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर ऊपर है
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 01 सेंटीमीटर ऊपर है
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 150 सेंटीमीटर ऊपर है
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में 103 सेंटीमीटर ऊपर है
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर, रुन्नीसैदपुर में 337 सेंटीमीटर, बेनीबाद में 110 सेंटीमीटर और हायाघाट में 58 सेंटीमीटर ऊपर है
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 126 सेंटीमीटर और एकमी घाट में 74 सेंटीमीटर ऊपर है
- कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान से 121 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है जबकि जयनगर में खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर है
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 184 सेंटीमीटर ऊपर है
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 105 सेंटीमीटर और झावा में 77 सेंटीमीटर ऊपर है
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 68 सेंटीमीटर ऊपर है