पटना:श्याम रजक के आरजेडी में शामिल होने के बाद से नीतीश कुमार पर दलितों को लेकर हमला तेज हो गया है. वहीं जदयू की तरफ से भी उसका जवाब देने की तैयारी हो गई है. सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद जदयू के 4 दलित मंत्री शनिवार को जदयू कार्यालय में एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
जदयू के दलित मंत्री ने संभाला मोर्चा
ऐसे तो श्याम रजक को लेकर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और परिवहन मंत्री संतोष निराला लगातार हमला कर रहे हैं. अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर जदयू के 4 दलित मंत्री अशोक चौधरी, महेश्वर प्रसाद हजारी, संतोष निराला और रमेश ऋषिदेव एक साथ 22 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरजेडी को जवाब देंगे.
श्याम रजक की ओर से नीतीश कुमार को दलित विरोधी बताए जाने के बाद अशोक चौधरी ने श्याम रजक को मंदबुद्धि तक कहा था. वहीं परिवहन मंत्री संतोष निराला ने आरजेडी से दलित मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने तक की मांग की थी, लेकिन आरजेडी की ओर से एक साथ कई दलित नेताओं श्याम रजक, उदय नारायण चौधरी, रमई राम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार के शासन में दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाया गया. अब उसी का जवाब देने जदयू के चारों दलित मंत्री आंकड़ों के साथ हमला करेंगे.
दलित वोट की सियासत
बिहार में 243 विधानसभा सीटों में से 43 सीटें दलितों के लिए आरक्षित है और 16 से 17% वोट दलितों का है. बिहार विधानसभा चुनाव में दलित को लेकर पहले भी सियासत होती रही है. अब श्याम रजक के राजद में शामिल होने के बाद आरजेडी की ओर से हमला तेज हो गया है.