पटनाः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ई विद्या कार्यक्रम लॉन्च करने की घोषणा की है. पटना साइंस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और कक्षा 6 से लेकर स्नातकोत्तर स्तर के लिए गणित के कई पुस्तक लिख चुके प्रोफेसर केसी सिन्हा ने वर्तमान शिक्षा की स्थिति और ई विद्या को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जहां उन्होंने इससे जुड़े कई सवालों के जवाब दिए.
सवाल- लॉकडाउन के समय डिजिटल एजुकेशन और प्रधानमंत्री के ई विद्या कार्यक्रम को किस प्रकार देखते हैं?
जवाब- वर्तमान समय में ऑनलाइन एजुकेशन और ई विद्या कार्यक्रम समय की मांग है और अभी बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए यह सबसे अच्छा जरिया है. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के तहत 15 चैनल लांच किए गए हैं. जो काबिले तारीफ है. लेकिन कई बच्चों के पास स्मार्ट फोन की सुविधा नहीं है. ऐसे में सरकार आकाश टैबलेट योजना जैसी योजना एक बार फिर से शुरू करे. जिससे छात्रों को पढ़ाई में कोई दिक्कत न आए.
सवाल- केंद्र सरकार की मनो दर्पण योजना के बारे में क्या कहेंगे?
जवाब- यह काफी अच्छी योजना है क्योंकि घर पर लगातार पढ़ाई करके बच्चे उब जाते हैं. ऐसे में ऑनलाइन क्लासेज के दौरान ब्रेक में बच्चों को प्रोत्साहित किया जाए और प्रेरणा दिया जाए. इससे उनके मेंटल और साइक्लोजिकल हेल्थ को ठीक रखा जा सकता है.
सवाल- भारत सरकार ने टॉप हंड्रेड विश्वविद्यालयों को वेबसाइट फॉर ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल प्रोवाइड कराने की बात कही है?
जवाब- ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल प्रोवाइड कराने से अपने फील्ड में स्पेशलाइजड टीचर का लेक्चर स्टूडेंट्स देश के किसी कोने से बैठकर आराम से देख सकते और समझ सकते हैं.
सवाल-ऑनलाइन पढ़ाई में कई प्रकार की समस्याएं आ रही है इससे विश्वविद्यालय कैसे निपटेंगे? पटना विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑनलाइन लेक्चर ले रहे हैं मगर नेट की स्पीड गांव में बैठे विद्यार्थियों के लिए समस्या बन रही है?
जवाब- ऑनलाइन क्लास में नॉर्मल क्लासेस की तरह छात्र इंटरेक्शन नहीं कर सकते हैं. लेकिन अभी के समय में यह बेस्ट ऑप्शन है. इसमें जो कुछ भी कमियां आ रही है उसको समय के साथ दुरुस्त किया जाएगा. ऑनलाइन पढ़ाई में आ रही समस्या और उसके सौल्यूशन के बारे में आम लोग, स्टूडेंट और उनके गार्जियन से सजेशन लेने के लिए ऐसा प्लेटफार्म होना चाहिए.
सवाल-ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान मैथमेटिक्स के सवाल में किसी छात्र को समस्या उत्पन्न होती है तो उससे किस प्रकार निपटेंगे?
जवाब- हमारा मानना है कि लाइक माइंडेड छात्रों का एक ग्रुप होना चाहिए. जिसमें तीन से चार छात्र हो और अगर छात्र को किसी सवाल को लेकर समस्या उत्पन्न होती है तो पहले आपस में डिस्कस करें. इससे छात्रों को उस सवाल को लेकर समझ और मजबूत होती है. अगर फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है तो छात्र शिक्षक से कांटेक्ट करें. किसी खास समय में फोन कॉल, वीडियो कॉल या फिर व्हाट्सएप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से शिक्षक से उस सवाल को डिस्कस करें.