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हर जिले से 5 पुलिसकर्मियों को मिलेगी कमांडो ट्रेनिंग

पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले के पुलिस जवानों को कमांडो ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है. कमांडों ट्रेनिंग नए जवानों को दी जाएगी. फिलहाल हर जिले से 5-5 जवानों का चयन किया जाएगा.

जवानों को कमांडो ट्रेनिंग
जवानों को कमांडो ट्रेनिंग

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Published : Dec 16, 2020, 9:11 PM IST

पटना: पुलिस मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि जिला पुलिस के जवानों को भी कमांडो की ट्रेनिंग दी जाएगा. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले के एसपी को कमांडो ट्रेनिंग के लिए 5-5 जवान का चयन करने का निर्देश देकर उन्हें हथियारों के साथ सीआईएटी स्कूल भेजने का निर्देश दिया गया है. कमांडों ट्रेनिंग उन्हीं जवानों को दी जाएगी जो नए हैं.

पुलिस मुख्यालय पटना

जवानों को कमांडो ट्रेनिंग
जिला पुलिस को हाल में ही बुनियादी प्रशिक्षण पूरा करने वाले जवानों को कमांडो ट्रेनिंग के लिए चयनित करने का निर्देश दिए गए थे. जिनकी उम्र 35 साल से कम होगी उन्हें कमांडो की ट्रेनिंग की बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा. पहले ये प्रशिक्षण मार्च से मई के बीच होना था. लेकिन कमांडो ट्रेनिंग की शुरुआत 16 दिसंबर से होगी और 15 फरवरी 2021 तक चलेगी.

पुलिसकर्मियों को मिलेगी कमांडो ट्रेनिंग

सीआईएटी स्कूल में ट्रेनिंग
कमांडो ट्रेनिंग 60 दिनों की होना है. प्रशिक्षण बीएमपी-2 डेहरी ऑन सोन और बोधगया स्थित बीएमपी-3 के सीआईएटी स्कूल में दिया जाएगा. इस दौरान जवानों को कई प्रशिक्षण से गुजरना होगा जवानों को गुर सिखाया जाएगा कि वह किसी भी परिस्थिति में कैसे खुद को मजबूत रख सके. साथ ही साथ प्रशिक्षण के दौरान हथियार चलाना मैप रीडिंग और अत्याधुनिक हथियार मशीन गन एलएमजी एसएलआर जैसे हथियार का प्रयोग करना सिखाया जाएगा. फिलहाल हर जिले से 5-5 जवानों का चयन किया जाएगा.

पांच जवानों का होगा चयन

ट्रेनिंग पर कोरोना संक्रमण का असर
कमांडो की ट्रेनिंग काउंटर इमरजेंसी एंटी टेरेरिस्ट स्कूल में होगी. पहले ये प्रशिक्षण मार्च से मई के बीच होना था, कोरोना संक्रमण की वजह से ट्रेनिंग रोक दी गई थी प्रत्येक जिला बल से 10-10 जवानों का प्रशिक्षण देना था. संक्रमण का खतरा बरकरार रहने के चलते संख्या को घटाकर पांच पांच जवान हर जिले से बुलाए जा रहे हैं. कुल लगभग 200 जवानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.

जवानों को कमांडो ट्रेनिंग

बिहार में पहले तीन सीआईएटी स्कूल चल रहे थे. डुमराव डेहरी ऑन सोन बोधगया बाद में सभी को बंद कर दिया गया था. राज्य सरकार ने अपने खर्च पर इनमें से दो बीएमपी परिसर में सीआईटी प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया है. इन प्रशिक्षण केंद्रों में उन्हीं को प्रशिक्षण दिया जाता है, जो पहले बुनियादी प्रशिक्षण कर चुके हैं और उन्हें कमांडो ट्रेनिंग दी जाती है.

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