पटना: राज्य में कोरोना के मरीजों में जिस प्रकार से लगातार इजाफा हो रहा है. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब पूल मेथड से कोविड-19 के सैंपल कलेक्ट कर रहा है. इस प्रक्रिया के तहत सोसाइटी में लोगों के बीच जाकर सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है. साथ ही यह जानकारी भी ली जा रही है कि प्रवासी मजदूरों के आने के बाद क्या उस सोसाइटी में संक्रमण फैला है या नहीं?
पूल मेथड से हो रहा कोविड-19 के सैंपल का कलेक्शन, ज्यादा संख्या में मरीजों की हो रही पहचान
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग अब पूल मेथड से सैंपल कलेक्ट कर रहा है. इस माध्यम से ज्यादा से ज्यादा संक्रमितों की पहचान हो रही है.
पूल मेथड ऑफ सैंपल टेस्टिंग के बारे में बताते हुए पटना जिला के सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए एक नई नीति अपनाई गई है. उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत सोसायटी में जाकर सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है. जिसे पूल मेथड ऑफ सैंपल टेस्टिंग कहते हैं. सिविल सर्जन ने आगे बताया कि अब क्वारंटीन सेंटर का सिस्टम खत्म होने जा रहा है. ट्रेन और हवाई जहाज का परिचालन भी शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में हमें समाज की तरफ से ध्यान केंद्रित करना है और वहां जाकर यह पता लगाना है कि जो प्रवासी लोग आए हैं उनके घर में संक्रमण तो नहीं फैल रहा है.
सिविल सर्जन ने दी जानकारी
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने कहा कि पूर्व के मुताबिक पॉजिटिव मरीजों के कांटेक्ट का ट्रेसिंग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो प्रवासी आए हैं, उनका एक पुल बनता है. राजकिशोर चौधरी ने कहा कि एक पूल प्रवासियों के परिवार के सदस्यों का बनता है और एक पूल वहां जहां भीड़ भाड़ की स्थिति बनी रहती है, जैसे कि सब्जी मंडी हो या फिर कोई बाजार हो. उन्होंने कहा कि इन तीनों जगह जो पूल बनता है, उसका सैंपल लेकर जांच करवाया जा रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि अभी तक इस जांच का रिजल्ट बहुत अच्छा रहा है और पूल टेस्टिंग के काफी कम रिजल्ट पॉजिटिव आ रहे हैं.