पटना: विधानसभा चुनाव में शराबबंदी को लेकर भी खूब चर्चा हुई. अब भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी की समीक्षा की बात कही है. बीजेपी सांसद के आग्रह पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि यह हैरतअंगेज बयान है. क्योंकि शराबबंदी से बिहार की महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान आई है.
नीतीश कुमार लगातार कहते रहे हैं, शराबबंदी महिलाओं के कहने पर ही बिहार में लागू किया गया है. इससे बिहार में कानून व्यवस्था से लेकर सड़क दुर्घटना तक पर असर पड़ा है. लेकिन अब एनडीए के महत्वपूर्ण सहयोगी बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने नीतीश कुमार से शराबबंदी की समीक्षा की मांग की है.
राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता निशिकांत के बयान से जदयू नाराज
बीजेपी सांसद की मांग पर जदयू की ओर से नाराजगी जताई जा रही है. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में महिलाओं के चेहरे पर शराबबंदी ने मुस्कान तो लायी है. उनकी श्रेष्ठता सिद्ध की है. बिहार में सड़क दुर्घटना में कमी आई है. घरेलू हिंसा में भी काफी कम हो गयी है. शराबबंदी से कई स्तर पर बिहार में शांति कायम हुआ है. ऐसे में एनडीए के किसी नेता की ओर से इस तरह का बयान हैरत अंगेज लगता है. इस तरह के बयान से एनडीए नेताओं को बचना चाहिए.
कांग्रेस ने भी समीक्षा की थी बात
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से भी शराबबंदी की समीक्षा की बात कही गई थी. तब जदयू की ओर से निशाना भी साधा गया था. यह भी कहा गया था कि महिलाएं बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाएंगी. अब सहयोगी बीजेपी की ओर से यह मांग उठने लगी है. आरजेडी लगातार कहती आ रही है कि बिहार में शराबबंदी फेल है.
हालांकि जदयू की ओर से बार-बार कहा जाता रहा है कि शराबबंदी से बिहार के गांव में खुशहाली आई है. महिलाओं की स्थिति में काफी बदलाव लाया है.