पटना: बिहार के तीन प्रमुख राजनीतिक दल इन दिनों सदस्यता अभियान में जोर-शोर से जुटे हैं. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बीजेपी के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल भी सदस्यता अभियान और संगठनात्मक चुनाव की तैयारियों में लगी हैं. तीनों पार्टियों में अपना दायरा बढ़ाने की होड़ मची है.
एक तरफ भाजपा का सदस्यता अभियान समाप्ति की ओर है तो दूसरी तरफ जनता दल यूनाइटेड का सदस्यता अभियान चरम पर है. संगठन चुनाव की तैयारी को लेकर जदयू के तमाम नेता लगातार बैठक कर रहे हैं. इधर बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का सदस्यता अभियान 9 अगस्त को शुरू हुआ है जो 10 अक्टूबर तक चलेगा. उसके बाद पार्टी में संगठनात्मक चुनाव होंगे.
पेश है अमित वर्मा की खास रिपोर्ट. तीनों पार्टियां चला रही हैं सदस्यता अभियान
अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसे लेकर बिहार की सभी पार्टियां अपने संगठन को मजबूत करने के लिये ज्यादा से ज्यादा लोगों को सदस्य बनाने में जुटी हैं. एक तरह से तीनों ही दलों के बीच सबसे ज्यादा सदस्य बनाने की होड़ मची है. बीजेपी ने राष्ट्रीय जनता दल के सदस्यता अभियान पर हमला बोला. पार्टी नेता संजय टाइगर ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल आखिर किस बात का चुनाव करा रहा है, जब उसे पता है कि पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा और पार्टी के प्रमुख पदों पर कौन बैठेगा.
बीजेपी का राजद पर हमला
संजय टाइगर ने कहा कि जब से राजद का गठन हुआ है तब से इस के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव रहे हैं और आगे भी वही रहने वाले हैं. पार्टी के विधानसभा दल के नेता तेजस्वी यादव हैं. विधान परिषद में राबड़ी देवी सदन की नेता हैं. लालू की बेटी मीसा भारती राज्यसभा सभा की सदस्य हैं, तो उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव विधानसभा के सदस्य हैं. पार्टी पर पूरे परिवार का कब्जा है और आगे भी परिवार के लोग ही प्रमुख पदों पर रहेंगे तो राजद नेता किस बात के संगठनात्मक चुनाव की तैयारी कर रही है. यह सब फर्जीवाड़ा है और लोगों को धोखा देने की कोशिश है.
राजद ने दिया जवाब
वहीं बीजेपी के इस हमले को लेकर राजद के नेता संभल कर बोल रहे हैं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सभी को पता है कि लालू यादव ही गरीबों के असली नेता है और उनके कारण ही समाज के वंचितों और पिछड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा से जुड़ने में मदद मिली है.
राजद चला रहा है ऑनलाइन सदस्यता अभियान
राष्ट्रीय जनता दल में पहली बार ऑनलाइन सदस्यता अभियान इस साल से शुरू हुई है. इसके अच्छे नतीजे देखने को मिल रहे हैं. पार्टी के सूत्रों की मानें तो 10 दिनों में ही अभियान के तहत राजद के एक लाख से ज्यादा सदस्य बन चुके हैं जबकि ऑफलाइन 40 लाख से ज्यादा सदस्यता रसीद विभिन्न जिलों में भेजे गए हैं. इसके साथ ही एक बार फिर बड़ी संख्या में सदस्यता रसीद छापने के आर्डर दिए गए हैं.
विधानसभा चुनाव में दिखेगा फर्क
इधर जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह सदस्यता अभियान में जोर-शोर से लगातार लगे हुए हैं. अब देखना होगी कि कौन सी पार्टी को लोगों का ज्यादा समर्थन मिलता है और कौन सी पार्टी बाजी मारती है, क्योंकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में इससे बड़ा फर्क देखने को मिल सकता है.