पटना : बिहार में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं. बिहार सरकार की ओर से प्रवासियों के लिए पंचायत और ब्लॉक स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें रहने खाने और चिकित्सीय सुविधा देने की बात कही जा रही है. लेकिन विपक्ष कई तरह का आरोप लगा रहा है और लोगों की भी कई तरह की शिकायतें हैं.
बिहार सरकार की ओर से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार जवाब देने के लिए मोर्चा संभाल रखा है. सूचना जनसंपर्क मंत्री का कहना है कि सरकार ने प्रवासियों के लिए हर तरह की व्यवस्था की है और सीसीटीवी से पूरी निगरानी भी हो रही है. नोडल अधिकारियों को भी लगाया गया है.
'तेजस्वी बिहार आकर हो क्वॉरेंटाइन'
बिहार सरकार मंत्री नीरज कुमार नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के आरोप पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले खुद तेजस्वी बिहार तो आकर क्वॉरेंटाइन हो. वहीं, उन्होंने विपक्ष के आरोप को पूरी तरह नकार दिया. क्वॉरेंटाइन सेंटर पर मीडिया के जाने पर भी प्रतिबंध सरकार ने लगा दी है. इस सवाल पर सूचना जनसंपर्क मंत्री का कहना है क्या मीडिया वाले को सरकार संक्रमित करा दे. मीडिया वाले को संक्रमण से बचाने के लिए ही यह व्यवस्था की गई है. कर्नाटक सरकार की ओर से ट्रेनों के रद्द करने पर जेडीयू मंत्री ने कहा कि वहां की सरकार का फैसला है. इस पर मुझे कुछ नहीं बोलना है.
नीरज कुमार, मंत्री, बिहार सरकार मजदूर का हो रहा है स्किल सर्वे
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जो भी प्रवासी आ रहे हैं. वह सब हमारे हैं और सरकार उनके लिए हर तरह का इंतजाम कर रही है. ट्रेन से स्टेशन पर उतरने के बाद प्रवासियों को बस से भेजने की व्यवस्था है और फिर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने, खाने और चिकित्सा की व्यवस्था भी सरकार कर रही है और उस सब की निगरानी भी की जा रही है. वहीं, उनका यह भी कहना है कि जो भी प्रवासी मजदूर आ रहे हैं, उनका स्किल का सर्वे भी हो रहा है और ऐप के माध्यम से यह सब कुछ किया जा रहा है. बाद में उसका बेहतर उपयोग उनके लिए किया जाएगा.