पटना:कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर सरकार की ओर से किए जा रहे कामों की जानकारी दी गई. इसके लिए सूचना एवं जन-संपर्क विभाग की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है. इस विज्ञप्ति में राज्य में कोरोना रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्य और बाढ़ राहत बचाव कार्य के बारे में बताया गया है.
सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार की ओर से लगातार पूरी तत्परता के साथ सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री के निर्देष पर टेस्ट की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है. पिछले 24 घंटे में रिकाॅर्ड 36 हजार 524 सैंपल की कोरोना जांच की गई है. सभी मेडिकल काॅलेज और अस्पताल, सभी जिला और अनुमण्डल अस्पताल के साथ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कोरोना की जांच की जा रही है. क्वालिटी ऑफ ट्रीटमेंट भी लगातार बेहतर हो रहा है.
प्रवासियों के लिए रोजगार का सृजन
इसके अलावा अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर का राष्ट्रीय औसत 2.13 प्रतिशत है, जबकि बिहार का औसत मात्र 0.57 प्रतिशत है. साथ ही उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का पूरा ध्यान है. लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक कई योजनाओं के अंतर्गत 12 करोड़ 46 लाख से अधिक रोजगार का सृजन किया जा चुका है.
बिहार में कोरोना रिकवरी रेट 64.65
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,871 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक 38,508 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 64.65 प्रतिशत है. 2 अगस्त को कोरोना के 2,297 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में बिहार में कोरोना के 20,722 एक्टिव मरीज हैं. पिछले 24 घंटे में 36,524 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांच की संख्या 6,48,939 है.
अनलॉक-3 को लेकर पुलिस सख्त
पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर 1 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में एक कांड दर्ज किए गए हैं और 2 व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है. इस दौरान 623 वाहन जब्त किए गए हैं. वहीं, 15 लाख 46 हजार 900 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,531 व्यक्तियों से 2 लाख 26 हजार 550 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. कोरना महामारी से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है.
जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़े
जल संसाधन विभाग की ओर से नदियों की वर्तमान स्थिति और संभावनाओं के बारे में जानकारी दी गई. बताया गया कि गंडक नदी में 3 अगस्त को 12 बजे दिन में 1,72,200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और इसकी प्रवृति बढ़ने की है. गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर में 12 सेंटीमीटर, गांधी घाट पर 14 सेंटीमीटर, हाथीदह में 12 सेंटीमीटर, मुंगेर में 8 सेंटीमीटर, भागलपुर में 13 सेंटीमीटर और कहलगांव में 7 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं, गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट पर मंगलवार की सुबह 6 बजे 47.78 मीटर दर्ज किया गया, जो कि खतरे के निशान 48.60 मीटर से 0.82 मीटर नीचे है.
- कोसी नदी में सोमवार को 12 बजे दिन में 1,71,650 क्सूसेक पानी छोड़ा गया है और इसकी प्रवृत्ति स्थिर है. कोसी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 35.90 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 33.85 मीटर से ऊपर है.
- सोन नदी में सोमवार को 12 बजे दिन में 19,353 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढ़ेंग में 0.22 मीटर, सोनाखान में 0.11 मीटर, डूब्बाधार में 0.07 मीटर, कटौंझा में 1.83 मीटर, बेनीबाद में 0.96 मीटर और हायाघाट पर 2.24 मीटर खतरे के निशान से ऊपर है. वहीं, कनसार/ चंदौली गेज स्थल पर जलस्तर खतरे के निशान से 0.36 मीटर नीचे है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर और झंझारपुर रेल पुल के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान से क्रमशः 0.35 मीटर और 1.60 मीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढ़ेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से 0.80 मीटर ऊपर है और तैयबपुर में खतरे के निशान से 0.70 मीटर नीचे है.
- अधवारा नदी का जलस्तर सुंदरपुर और पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से क्रमशः 0.75 मीटर और 0.21 मीटर ऊपर है. वहीं, सोनवर्षा गेज स्थल पर खतरे के निशान से 2.90 मीटर नीचे है.
- बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकंदरपुर में 1.19 मीटर, समस्तीपुर रेलपुल के पास 2.82 मीटर, रोसड़ा रेलपुल के पास 3.92 मीटर और खगड़िया में 1.18 मीटर खतरे के निशान से ऊपर है. इसके साथ ही बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण मुजफ्फरपुर के सकरा के पास नया उच्चतम जलस्तर 51.42 मीटर दर्ज हुआ है. जो पहले के उच्चतम जलस्तर से 55 सेंटीमीटर अधिक है. इसके साथ ही समस्तीपुर के रोसड़ा के पास नया उच्चतम जलस्तर 46.47 मीटर दर्ज हुआ है. जो पहले के उच्चतम जलस्तर से 12 सेंटीमीटर अधिक है.
बूढ़ी गंडक के क्षतिग्रस्त तटबंध की कराई जा रही मरम्मती
इसके साथ ही बताया गया कि पूर्वी चंपारण जिले के चकिया प्रखंड अंतर्गत बूढ़ी गंडक नदी के दायें तटबंध के पीछे निर्मित रिटायर्ड बांध के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मती करा ली गई है. मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड में 30 जुलाई की रात से ही क्षतिग्रस्त तटबंध की मरम्मती का कार्य कराया जा रहा है. वहीं, गंडक नदी के दायें तट पर निर्मित तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मती कराई जा रही है और बायें तट पर भवानीपुर के निकट हुए टूटान स्थल पर ब्रीच क्लोजर पूरा कराया जा चुका है.
बाढ़ से 114 प्रखंडों की 1,082 पंचायतें प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बताया गया कि राज्य की कई नदियों के कारण आई बाढ़ और बढ़ते जलस्तर को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. कई नदियों के कारण राज्य के 14 जिले के कुल 114 प्रखंडों की 1,082 पंचायतें प्रभावित हुई हैं. जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. पूर्वी चंपारण में 2, गोपालगंज में 11, खगड़िया में 1 और समस्तीपुर में 05 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इन सभी 19 राहत शिविरों में कुल 17,554 लोग रह रहे हैं. वहीं, 1,358 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 9,43,293 लोग भोजन कर रहे हैं.
मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी
सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही हैं. अब तक प्रभावित इलाकों से करीब 4,18,490 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं, बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेचुटस रिलीफ के अंतर्गत 6 रुपये की राशि दी जाती है और अभी तक 2,71,407 लाख परिवारों के बैंक खाते में कुल 162.84 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. ऐसे परिवारों को मैसेज भेजकर सूचित भी किया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग पूरी स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.