पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना संक्रमित ( CM Nitish Kumar Corona positive ) हो गए हैं. वह दूसरी बार कोविड-19 के शिकार हुए हैं. सीएम ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. चिकित्सकों की सलाह पर वह होम आइसोलेशन में हैं. उन्होंने सभी से कोविड अनुकूल सावधानियां बरतने की अपील की है. पिछले तीन 2-3 दिनों से ये बात सामने आ रही थी कि मुख्यमंत्री की तबीयत ठीक नहीं है. वह अस्वस्थ हैं और बुखार से पीड़ित हैं.
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नीतीश कुमार दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव (nitish kumar corona positive for second time) पाए गए हैं. इससे पहले इसी साल जनवरी महीने में वह कोरोना संक्रमित हुए थे. तब सीएम होम आइसोलेशन में रहकर ही ठीक हुए थे. उस वक्त सीएम आवास में 50 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट कर बताया कि चिकित्सकों की सलाह पर सीएम होम आइसोलेशन में हैं. मैं ईश्वर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
एक सप्ताह तक सरकारी कामकाज पर असर:मुख्यमंत्री शनिवार को जल जीवन हरियाली की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी, जिसमें उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद सहित कई विभागों के मंत्री और और सभी आला अधिकारी भी शामिल हुए थे. शुक्रवार को मुख्यमंत्री एमएलसी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुए थे. मुख्यमंत्री के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद उनके आसपास रहने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. बिहार सरकार के कई मंत्री अब तक कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. जिसमें शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा, खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह हालांकि अब सब स्वस्थ हो चुके हैं लेकिन मुख्यमंत्री के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण फिलहाल एक सप्ताह तक सरकार के कामकाज पर असर पड़ना तय है.
सीएम की खराब सेहत के कारण मनरेगा की बैठक स्थगित:सोमवार को नीतीश कुमार की खराब सेहत के कारण मनरेगा की बैठक स्थगित (MNREGA meeting postponed) कर दी गई थी, जबकि उससे एक दिन पहले मद्य निषेध विभाग की बैठक भी टाल दी गई थी. दरअसल, मुख्यमंत्री लगातार विभागों की समीक्षा अब कर रहे हैं. इसी क्रम में ग्रामीण विकास विभाग की महत्वपूर्ण योजना मनरेगा की समीक्षा होनी थी. बिहार में इस बार बारिश कम होने के कारण किसानों की मुश्किलें बढ़ी हुई है. ऐसे में मनरेगा के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने की कोशिश ग्रामीण विकास विभाग कर रहा है तो मनरेगा की क्या स्थिति है, उसकी मुख्यमंत्री पूरी रिपोर्ट लेते. मनरेगा के मद में बिहार का केंद्र पर 2000 करोड़ राशि भी बकाया है. सामग्री मद में और मजदूरी मद अभी भी पूरी राशि नहीं मिली है. इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग की ओर से केंद्र को पत्र भी लिखा गया है. केंद्र से जल्द से जल्द राशि देने का अनुरोध किया गया है.
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