पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सचिवालय स्थित संवाद भवन में बाढ़ और सुखाड़ को लेकर शनिवार को समीक्षा बैठक की. इस बैठक में मौसम विज्ञान केंद्र के प्रतिनिधि ने अगले 10 दिनों में सामान्य वर्षा की संभावना जताई है. साथ ही बिहार सरकार ने इसरो के साथ एमओयू साइन किया है. जिससे भविष्य में राज्य के बहुआयामी आपदा जोखिम आंकलन में सहायता मिलेगी.
गौरतलब है कि बिहार इस समय बाढ़ और सूखे की चपेट में है. हाल ही में वज्रपात से 170 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अर्थ नेटवर्क कंपनी वज्रपात पूर्व चेतावनी की जानकारी देती है. उससे भी सहयोग लेने का प्रयास किया जाएगा.
सचिव ने दी जानकारी
प्रत्यय अमृत ने बताया कि कुल 13 जिले, 106 प्रखंड, 2243 पंचायत के 20 लाख परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं. साथ ही 8 लाख 36 हजार परिवारों के लिए 502 करोड़ रुपए की जीआर पेमेंट ट्रांसफर कर दी गई है. वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 26 पशु शिविर लगाए जाने के संबंध में भी सरकार ने जानकारी दी है.
पर्यावरण अनियमितता को लेकर सरकार चिंतित
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली बारिश में कमी, भूजल स्तर में गिरावट, इससे उत्पन्न जल संकट और सुखाड़ की स्थिति को लेकर सरकार गंभीर है. पूरे बिहार में जल जीवन और हरियाली को लेकर अभियान चलाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जो भी सुझाव आ रहे हैं, मुख्य सचिव के स्तर पर उसका संकलन किया जा रहा है.