नालंदा: प्रवासी कामगारों को रोजगार देने के लिए जिले में रोज स्किल मैपिंग कराई जा रही है. अब तक नालंदा में लगभग 10 हजार प्रवासियों की स्किल मैपिंग कराई गई है. इनमें से 3 हजार से अधिक कुशल श्रेणी के कामगार और शेष अकुशल श्रेणी के कामगार पाए गए हैं.
योजना के तहत ऋण
कुशल श्रेणी के कामगारों में मुख्य रूप से कारपेंटर, दर्जी, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन, योगा ट्रेनर, पेंटर, राजमिस्त्री, ब्यूटीशियन, कंप्यूटर ऑपरेटर, वाहन मैकेनिक, सेल्समेन, लोहे से कृषि आधारित यंत्र बनाने वाले कर्मकार, प्रिंटिंग प्रेस से संबंधित कामगार, कुक, लैब टेक्नीशियन आदि शामिल हैं.
इनमें से स्वरोजगार के लिए इच्छुक लोगों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछड़ी जाति उद्यमी योजना, मुद्रा योजना के तहत अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए कार्रवाई की जाएगी.
स्वरोजगार के लिए मिलेगा ऋण
इसके लिए महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के द्वारा ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है. उनसे लगातार संवाद स्थापित कर उनके क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद उन्हें संबंधित कार्यालय के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कराया जाएगा. वहीं, स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में मंगलवार को जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने प्रवासियों के स्किल मैपिंग कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया और रोजगार के लिए आगे की संभावनाओं के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.