मुंगेर:सहारा इंडिया से भुगतान ना होने पर निम्न मध्यम वर्ग के परिवार काफी परेशान हैं. सभी के पैसे फंसे हुए हैं. ऐसे में आर्थिक परेशानी झेल रहे जमाकर्ताओं के परिवार को भी परेशानी उठानी पड़ रही है. बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, लड़कियों की शादी और बीमारी के इलाज के लिए पैसे नहीं होने से निवेशक परेशान हैं.
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सहारा इंडिया के निवेशकों को न्याय का इंतजार:पैसे के अभाव में अनेकों घटना घट चुकी है, परंतु सरकार की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार का सकारात्मक पहल नहीं होने से इन सहारा पीड़ित निवेशकों में हताशा का भाव है. मौके पर उपस्थित विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूदलोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव प्रमोद पासवान ने कहा की सहारा पीड़ितों में सबसे ज्यादा संख्या में व्यवसाय करने वाले लोगों हैं, जिसमें फुटपाथ विक्रेता ठेला वाला,गाड़ी वाला,रिक्शावाला,मध्यम दुकानदार की संख्या ज्यादा है.
"सभी अपने खून पसीने की कमाई को सहारा में अपने भविष्य को संभालने के लिए निवेश किए थे, परंतु इनके पैसे का भुगतान नहीं होने से आज यह दर-दर की ठोकर खा रहे हैं. जबकि इन्होंने अपने खून पसीने की कमाई इसमें लगायी है. आज पैसे नहीं मिलने के कारण हताशा में कितने ही सहारा पीड़ित निवेशक एवं कार्यकर्ता को अत्यंत कष्ट का सामना करना पड़ रहा है."-प्रमोद पासवान,प्रदेश महासचिव, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)