खगड़िया:कोरोना के बीच बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. चुनावी साल में बिहार शिक्षक संघ ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं. जिले में शिक्षक दिवस के मौके पर बिहार शिक्षक संघ के आह्वान पर दर्जनों की संख्या में शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने अपने विद्यालय, प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालयों में तीन संकल्प लिया.
खगड़िया: नियोजित शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ लिया संकल्प, बोले- आगामी चुनाव में देंगे जवाब
चुनावी साल में नियोजित शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बिहार शिक्षक संघ ने आगामी चुनाव में सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया.
इन संकल्पों में पहला संकल्प उन्होंने लिया कि कोरोना महामारी के कारण विद्यालय बंद होने से बाधित होने वाले पढ़ाई को हम विद्यालय खुलने पर विशेष क्लास चलाकर सिलेबस पूरा करेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि काम का लेंगे पूरा दाम. उन्होंने कहा कि सरकारी विभाग के सारे कामों को करते हुए पुराने शिक्षकों की भांति वेतन, सेवा शर्त, ऐच्छिक स्थानांतरण, पेंशन और अन्य सुविधाओं को लेकर रहेंगे. तीसरे संकल्प के रूप में उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी 7 सूत्री मांगों को पूरा नहीं करती है तो बाध्य होकर हम घर-घर जाकर जन जागरण अभियान चलाएंगे और सरकार की नाकामियों को उजागर करेंगे.
शिक्षकों ने बताई आपबीती
मौके पर शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने कहा कि सरकार बाढ़, कोरोना महामारी, बेरोजगारी को दूर करने में भी असफल रही है. साथ ही शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के नाम पर और कई खामियां ला दी गई हैं. संघ ने यह भी निर्णय लिया कि जो राजनीतिक पार्टी अपने चुनावी एजेंडे में हमारी मांगों को प्रमुखता से शामिल करेगी, उसी दल को हमारा समर्थन रहेगा. साथ ही सत्ताधारी दल को बेदखल करने के लिए हम तन-मन-धन लगाकर सत्ता से बेदखल करेंगे.