कैमूर: बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष डॉ भारती मेहता से ईटीवी भारत ने महिला दिवस पर खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि महिलाओं के शिक्षा और स्वास्थ्य से ही सशक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है. डॉ मेहता ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण में बिहार पूरे देश को आईना दिखा रहा है.
महिलाओं के सशक्तिकरण में पूरे देश को आईना दिखा रहा बिहार-डॉ भारती मेहता
डॉ भारती मेहता ने कहा कि शिक्षा के जरिए आप कहीं भी खुद को अपना अधिकार दिला सकते हैं. ऐसे में महिलाओं को शिक्षा और अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है तभी समतामूलक समाज का निर्माण होगा.
'बिहार की महिलाओं में अपार क्षमता'
महिला दिवस पर जिला प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आई बिहार संस्कृति शिक्षा बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाओं में वो क्षमता है कि देश ही नहीं विदेश में भी अपना परचम लहरा सकती है.उन्होंने बताया कि इस बार महिला दिवस का थीम 'स्ट्रगल फॉर इक्वॉलिटी' यानि 'समानता के अधिकार के लिए संघर्ष करना' है. ऐसे में अब यह वक्त आ गया है कि समाज समानता के साथ आगे बढ़ें और समाज भी महिलाओं को बराबरी का हक अदा करें.
'महिला अधिकारों पर देश को आईना दिखा रहा बिहार'
डॉ मेहता ने कहा कि महिलाओं को भौगोलिक और शारीरिक वजहों से अपने आप को किसी से कम समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे आप कहीं भी खुद को अपना अधिकार दिला सकते हैं. ऐसे में महिलाओं को शिक्षा और अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है तभी समतामूलक समाज का निर्माण होगा. उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में बिहार जो आज करता है भारत उस रास्ते पर बाद में चलता है. बिहार पूरे देश को नए रास्ते दिखा रहा है. पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण, जीविका समूह का गठन पहले बिहार में हुआ और बाद में देश में. यकीनन महिलाओं के अधिकारों और समानता के लिए बिहार देश को आईना दिखा रहा है.