गया:कोरोना वायरस और लॉकडाउन से पूरा देश जूझ रहा है. इस बीच हर कोई अपने-अपने स्तर से एक-दूसरे की मदद करने में जुटा हुआ है. अपने सामाजिक दायित्व के निर्वहन के लिए बोध गया में कई बौद्ध भिक्षु आगे आए हैं. थाई बौद्ध भिक्षु इन दिनों मास्क निर्माण में जुटे हैं ताकि देश कोरोना पर विजयी पा सके.
ये बौद्ध भिक्षु कोरोना वायरस महामारी के बीच मानवता और सेवा भाव की मिसाल कायम करते नजर आ रहे हैं. इसमें पुरुष के साथ-साथ महिलाएं भी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक बोधगया के दुमुहान के पास स्थित सम्मा सम्बोधियाना बौद्ध मंदिर में 5 से 6 बौद्ध भिक्षु मास्क बनाने में जुटे हैं.
बौद्ध भिक्षु कर रहे मास्क निर्माण लॉकडाउन के कारण भारत में फंस गए थाई बौद्ध भिक्षु
बौद्ध धर्म के जुड़े हर व्यक्ति की इच्छा होती है भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया जरूर जाए. इसी धारणा से थाईलैंड के आधा दर्जन बौद्ध भिक्षु-भिक्षुणी महाबोधि मंदिर दर्शन के लिए आए थे. इस बीच भारत मे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया. वे यहां फंस गए हैं. थाईलैंड से आए बौद्ध भंते लॉकडाउन के दौरान पूजा-पाठ नहीं कर रहे हैं.
मंदिर प्रबंधक ने दी जानकारी
इस संबंध में मंदिर के स्थानीय प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि सम्बोधियाना बौद्ध मंदिर की संचालिका माता जी हैं. माता जी के साथ आठ शिष्या हैं जो कोरोना वायरस महामारी के बीच गरीबों की मदद के लिए तत्पर हैं. इन सभी शिष्या जो मूलतः थाईलैंड के रहनेवाली वो दिन-रात काम कर रही हैं. कभी आलू पैक करती हैं, कभी चावल और दाल, बाकी खाली टाइम में मास्क बनाती हैं. अभी तक मन्दिर से ढाई हजार खाद्य सामग्री बोधगया के आसपास के इलाकों में जरूरतमंदों के बीच वितरण किया है. वहीं, भिक्षुणियों की ओर से बनाया गया पांच हजार मास्क गरीबों के बीच वितरण किया गया है.