दरभंगा: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम की संयुक्त अध्यक्षता में पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक में सभी दूरस्थ पदाधिकारी ऑनलाइन उपस्थित थे. वहीं, बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोरोना की टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. प्रतिदिन लगभग 3000 टेस्ट किए जा रहे हैं.
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पीपीई किट्स, मोर्चरी वैन उपलब्ध
डीएमने कहा कि पर्याप्त संख्या में पीपीई किट्स, मोर्चरी वैन होगा उपलब्ध है. वहीं, उन्होंने कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मृतक के अंतिम संस्कार में परिजन एवं ग्रामीण सहयोग नहीं कर रहे हैं. इसलिए प्रखंडों में आकस्मिक स्थिति के लिए दाह संस्कार हेतु स्थल का चयन कर लिया जाए. जिला स्तर से पर्याप्त संख्या में पीपीई किट्स मोर्चरी भान उपलब्ध कराया जाएगा. लेकिन, स्थानीय स्तर पर भी मजदूर रख लिया जाए
एसडीओ व बीडीओ थे ऑनलाइन उपस्थित
डीएम ने कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि कोरोना के सामान्य मरीज को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा डीएमसीएच रेफर कर दिया जा रहा है। जबकि जिनका (SVo2)90 से नीचे हो वही कोरोना के गंभीर संक्रमित मरीज होते हैं. जिनका (SVo2) 95 से ऊपर है उन्हें डीएमसीएच भेजने की कोई आवश्यकता नहीं है. उनका इलाज स्थानीय स्तर पर किया जा सकता है. उन्हें या तो होम आइसोलेशन में रखा जाए या प्रखंड स्तर पर ही इलाज कराया जाए.
16 निजी अस्पताल में इलाज की व्यवस्था
डीएम ने कहा कि जिला के 16 प्रमुख निजी अस्पतालों सम्बद्ध किया गया है. उन्होंने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आकस्मिक स्थिति के लिए सभी बीडीओ को अपने प्रखंड में कोरोना के संक्रमितों के इलाज के लिए प्रखंड कार्यालय से अलग एक अच्छा भवन चिन्हित कर लेने को कहा, जहां शौचालय, पानी व प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो तथा वहां ऑक्सीजन की व्यवस्था भी कर ली जाए. उन्होंने कहा कि अनुमंडल स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की भी तैयारी कर ली जाए.
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बीडीओ को मॉनीटरिंग का आदेश
डीएम ने बीडीओ को स्वयं भ्रमणशील रहकर सभी व्यवस्था को देखने का निर्देश दिया. वहीं, मास्क चेकिंग अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए गये तथा अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को स्वयं अनुश्रवण करने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को होम आइसोलेशन में रहने वालों के यहां आशा और एएनएम का प्रतिदिन भ्रमण करवाने एवं चिकित्सा पदाधिकारी को दो दिन पर भ्रमण करने का निर्देश दिया.