औरंगाबाद: उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार ने ग्राम सिमरिया में मनरेगा अंतर्गत क्रियान्वित मिट्टी भराई की योजना का निरीक्षण किया. इस दौरान डीपीओ मनरेगा, कार्यपालक अभियंता मनरेगा, प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा, कनीय अभियंता और पंचायत तकनीकी सहायक मनरेगा उपस्थित रहे.
औरंगाबाद जिले के उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों की योजनाओं में तेजी लाने के लिए वे लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. इसी के तहत ओबरा के ग्राम पंचायत चंदा में करहा उड़ाही और पईन उड़ाही से संबंधित 3 योजनाओं का निरीक्षण किया गया. इन तीनों योजनाओं से लगभग 1500 बीघा में सिंचाई का कार्य हो सकता है. इस तरह से जल संचय और सिंचाई के लिए यह उपयोगी योजनाएं हैं.
'कोविड-19 को ध्यान में रखकर करें काम
उप विकास आयुक्त ने सभी योजनाओं का समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने और विभागीय मानकों के अनुरूप कार्य करने का निर्देश दिया. साथ ही कोविड-19 के लिए निर्धारित मानकों के अनुरूप मजदूरों से सोशल डिस्टेंसिंग रखकर कार्य कराने का निर्देश दिया. बता दें कि अंशुल कुमार की ओर से संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों को इच्छुक लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया कराने के लिए योजनाओं के चयन और क्रियान्वयन का निर्देश दिया गया.
बरसात के समय में होती है परेशानी
गौरतलब है कि पंचायत रोजगार सेवक की ओर से बताया गया कि उक्त योजना का चयन महादलित बस्ती के लगभग 50 परिवारों के मांग पर किया गया. बरसात के दिनों में यह रास्ता जो कि एक पोखरा का पिंड भी है, काफी खराब हो जाता है. साथ ही बच्चों के विद्यालय जाने-आने में काफी परेशानी होती है. वहीं, 15 जून से पहले इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. जिससे बरसात में आवागमन सुलभ हो सके. साथ ही इससे तालाब का जल संचय क्षमता भी बढ़ सके.